Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 02 Jul, 2018 12:59 PM
पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की एसी कोच में हुई लूटपाट के मामले में रेलवे पुलिस और यमुनानगर पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए संयुक्त आपरेशन से कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद रेल में यात्रियों से छीने गए 2 मोबाइल फोन बरामद किए...
यमुनानगर (सुमित अोबरॉय): पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की एसी कोच में हुई लूटपाट के मामले में रेलवे पुलिस और यमुनानगर पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए संयुक्त आपरेशन से कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार करने के बाद रेल में यात्रियों से छीने गए 2 मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं। सभी आरोपियों को आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी ताकि वारदात में शामिल अन्य आरोपियों व सामान की बरामदगी कराई जा सके।
बीती रात 3 बजकर 40 मिनट पर पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में यमुनानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन का यमुनानगर स्टेशन पर ठहराव न होने के बावजूद इसे रोकना पड़ा क्योंकि इसके आगे हेमकुंड एक्सप्रेस जा रही थी। करीब 10 मिनट बाद सिग्नल मिलने के बाद ट्रेन सहारनपुर की तरफ रवाना हो गए अभी यह यमुनानगर से करीब 5 किलोमीटर दूर पहुंची ही थी कि लुटेरों ने इस ट्रेन की चेन खींचने और इसमें सवार महिला यात्रियों के गले से चेन, हाथों से मोबाइल, बैग, पर्स और रुपए निकाल लिए। करीब 20 मिनट तक इस ट्रेन में लूटपाट होती रही लेकिन एक भी सुरक्षाकर्मी मौके पर नहीं था। जमकर हुई इस लूटपाट के बाद यात्री डर कर सहम गए इसके बाद जब ट्रेन सहारनपुर स्टेशन पर पहुंची तो घटना के बारे में पता चल सका। सहारनपुर पुलिस ने मौका-ए-वारदात यमुनानगर की होने कारण जीरो नंबर चोरी की एफआइआर दर्ज कर भेज दी।
घटना के बाद यमुनानगर रेलवे पुलिस हरकत में आई और एसपी राजेश कालिया सहित सीआईए वन के साथ इस मामले की गुत्थी को सुलझाने के लिए जांच शुरू की। जांच में पुलिस ने यमुनानगर के तीर्थ नगर से आधा दर्जन से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार किया। रेलवे पुलिस प्रभारी का कहना है कि बाकी लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं, इस घटना में लूटपाट करने वाले आरोपियों ने बताया कि कैसे उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। इस घटना के बाद से पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए इस घटना को तो ट्रेस करने में कामयाबी हासिल कर ली लेकिन रेलवे की किस प्रकार की सुरक्षा है इस लूटपाट के बाद बड़े सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।