Edited By Deeksha Gupta, Updated: 28 Jul, 2021 05:01 PM
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी जबसे राजनीतिक षडयंत्रों के तहत दिए गए वनवास को पूरा करके सक्रिय राजनीति में लौटे हैं, तब से सभी राजनीतिक दलों में बौखलाहट साफ दिखाई देने लगी है। इसी घबराहट में वो उनकी उम्र का हवाला देते...
चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी): इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी जबसे राजनीतिक षडयंत्रों के तहत दिए गए वनवास को पूरा करके सक्रिय राजनीति में लौटे हैं, तब से सभी राजनीतिक दलों में बौखलाहट साफ दिखाई देने लगी है। इसी घबराहट में वो उनकी उम्र का हवाला देते हुए कह रहे हैं कि चौटाला साहब को अब सक्रिय राजनीति छोड़ देनी चाहिए। खुद की राजनीतिक जमीन खिसकती देख, वो ऐसी सलाह दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं, जिन्होंने हमेशा किसान-कमेरे की आवाज को बुलंद किया है, वो अपनी अंतिम सांस तक जनसेवा के बिना नहीं रह सकते। वो ऐसी दमदार शख्सियत हैं, जिनके हौंसलों व जुनून की दुनिया मिसाल देती है। दरअसल विपक्षियों की बौखलाहट तो तीसरे मोर्चे के गठन से बढ़ी हुई है। ये लोग जानते हैं कि 1977 और 1987 में तीसरे मोर्चे के गठन में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की निर्णायक भूमिका रही है।
जिस लोकदल के पौधे को जननायक चौधरी देवीलाल जी ने लगाया था, उसे वृक्ष बनाने में लोकदली कार्यकर्ताओं और ओमप्रकाश चौटाला जी का बड़ा योगदान रहा है। मरते दम तक संघर्ष करना ही तो लोकदल की पहचान है और ये कुछ लोग इस पहचान को मिटा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला साहब तो ऐसे संकट के समय में किसानों के साथ आए हैं, जब किसानों पर सरकार तीन काले कानून थोपकर उन्हें बर्बाद करना चाहती है। ऐसे संकट के समय में किसानों के साथ खड़ा होना, हर लोकदली के लिए गर्व की बात है। इनेलो के सभी कार्यकर्ता पहले दिन से किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं और अंतिम सांस तक खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि ये सभी जानते हैं कि जननायक चौधरी देवीलाल जी अंतिम समय 87 साल की उम्र तक राजनीति में सक्रिय रहे और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी की उम्र 86 साल ही है। वहीं बीजेपी ने केरल में 88 साल के श्रीधरण को मुख्यमंत्री चेहरा बनाया, 93 साल के प्रकाश सिंह बादल राजनीति में सक्रिय हैं, 80 साल के अमरिंद्र सिंह को कांग्रेस तीसरी बार सीएम चेहरा बना रही है, करुणानिधि 94 साल की उम्र तक सक्रिय राजनीति में रहे। ऐसे में चौटाला साहब की उम्र का हवाला देकर उन्हें राजनीति नहीं करने की सलाह देने वाले भीतर से बहुत अधिक घबराए हुए हैं, तभी ऐसी बिन मांगी सलाह दे रहे हैं। जबकि राजनीति में अनुभव सबसे ज्यादा काम आता है। हरियाणा की वर्तमान राजनीति में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी से ज्यादा अनुभवी कोई नहीं है और न उनसे ज्यादा मजबूत कोई दूसरी शख्सियत है।