Edited By Shivam, Updated: 29 Jul, 2020 05:19 PM
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल के हल के लिए कोई रास्ता निकालने के लिए पंजाब व हरियाणा को दिए गए तीन सप्ताह के समय पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से राजनीतिक इच्छा शक्ति दिखाने का अनुरोध किया है।...
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल के हल के लिए कोई रास्ता निकालने के लिए पंजाब व हरियाणा को दिए गए तीन सप्ताह के समय पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से राजनीतिक इच्छा शक्ति दिखाने का अनुरोध किया है। धनखड़ का कहना है कि एसवाईएल मामले में पंजाब दाता है और हरियाणा के किसानों को उसके हक का पानी चाहिए। इसलिए पंजाब का फर्ज बनता है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करते हुए अपनी राजनीतिक इच्छा शक्ति का परिचय दे।
धनखड़ मंगलवार को झज्जर के सिंचाई विश्राम गृह में मीडिया से इस बारे में मुखातिब हो रहे थे। धनखड़ ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें राहुल गांधी ने कांगे्रस के लिए देश को भाजपा के लिए संगठन को अहमियत दिए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि गांधी के समय को मजबूत कांग्रेस संगठन अब राष्ट्रीय स्तर पर नेस्तनाबूत हो चुका है। कांग्रेस का परिवार से तो भाजपा के संगठन का आम कार्यकर्ता ही शिखर पर पहुंचता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संगठन के नेस्तनाबूत होने के कारण अब राज्यों में भी इसका प्रभाव पड़ रहा है और राजस्थान, हिमाचल व हरियाणा सहित इसके उदाहरण हैं।
केन्द्र द्वारा किसानों के लिए लाए जा रहे नए अध्यादेश पर बोलते हुए धनखड़ ने कहा कि किसानों का इस नए अध्यादेश से कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। न तो किसानों की आमदनी पर ही कोई फर्क पड़ेगा और न ही देश की कोई अनाज मंडी बंद होगी। लेकिन उन्हेें हैरानी है कि कुछ विपक्षी पार्टियों के लोग इस मसले पर किसानों को भ्रमित करने मेें लगे हुए हैं, बल्कि किसानों को ही इस नए अध्यादेश से लाभ होगा।