Edited By vinod kumar, Updated: 25 Nov, 2019 02:17 PM
नवम्बर माह के 24 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक इस ब्लाक के किसी भी डिपो होल्डर के पास आटे की खेप नहीं पहुंची है। खाद्य आपूर्ति विभाग के नियम की बात करें तो माह शुरू होने के पहले सप्ताह में ब्लाक के सभी डिपो पर आटा, तेल, चीनी एवं बाजरा पहुंच जाना...
नीलोखेड़ी(चावला): नवम्बर माह के 24 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक इस ब्लाक के किसी भी डिपो होल्डर के पास आटे की खेप नहीं पहुंची है। खाद्य आपूर्ति विभाग के नियम की बात करें तो माह शुरू होने के पहले सप्ताह में ब्लाक के सभी डिपो पर आटा, तेल, चीनी एवं बाजरा पहुंच जाना चाहिए। पर ऐसा होता नहीं।
माह शुरू होने के 10 दिन पहले डिपो होल्डरों से अगले माह की रकम का चैक ले लिया जाता है। फिर भी खाद्य आपूॢत विभाग डिपो पर समय पर सामान नहीं पहुंचा पा रहा। डिपो पर देरी से सामान आने के कारण कई कार्ड धारक सामान लेने से जब वंचित रह जाते हैं तो वह इस हालत में डिपो होल्डर के साथ गाली-गलौच करते हैं और डिपो होल्डर चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता।
बायोमीट्रिक मशीन, जिसमें कार्ड धारक का अंगूठा लगने के बाद ही सामान मिलता है वह भी नेट सिस्टम से चलती है। अगर नेट काम नहीं करेगा तो मशीन भी नहीं चलती। खाद्य आपूॢत विभाग का ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जिससे नैटवर्क बंद होने के बाद भी बायोमीट्रिक मशीन चलती रहे। इसलिए डिपो होल्डर केवल नैटवर्क कंपनियों के चलने वाले नैट पर ही निर्भर रहते हैं। कई बार मशीन खराब हो जाती है तो और खाद्य सामग्री के वितरण के लिए कम समय होने के कारण डिपो होल्डर के हाथ-पांव फूल जाते हैं। इसलिए सरकार को इस खाद्य आपूर्ति वितरण प्रणाली में पारदॢशता लाने के लिए तेल, चीनी, आटे को डिपो होल्डरों के पास समय पर पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
अनिल कुमार, डी.एफ.एस.ओ ने कहा कि जब आटा, चक्की से तैयार होता है तो उसका पहले सैम्पल पास होता है। कई बार उसमें भी समय लग जाता है। बाकी अगले माह से जिले के सभी डिपो होल्डरों पर समय पर सामान पहुंचाने की व्यवस्था करने जा रहे हैं।