Edited By Isha, Updated: 11 Mar, 2020 03:21 PM
हरियाणा में होली का त्यौहार हो और भाभियों द्वारा अपने देवरों पर कोड़ा न बरसे ऐसा कभी नहीं हो सकता। बरसाने की लठ्ठ मार होली की ही तरह हरियाणा की कोड़ा मार होली बहुत महशूर है हरियाणा में और
गोहाना (सुनिल जिंदल): हरियाणा में होली का त्यौहार हो और भाभियों द्वारा अपने देवरों पर कोड़ा न बरसे ऐसा कभी नहीं हो सकता। बरसाने की लठ्ठ मार होली की ही तरह हरियाणा की कोड़ा मार होली बहुत महशूर है हरियाणा में औरते द्वारा कपड़े से बने कोहल्डा बरसाये जाने और पुरषों द्वारा कोड़ा खाए बगैर इस त्योहार को अधूरा माना जाता है।
रिश्ते में भाभी लगने वाली महिलाएं अपने देवरों पर पानी, रंग डालने के अलावा कोड़े बरसाती है। जवाब में डंडों की मदद से बचाव करते लोग महिलाओं पर रंग डालते व गुलाल लगाते है लोग इस मोके पर पुराने गिले सिक्वे भूल कर एक दुसरे को गले लगाया व रंग लगाया और जाम कर रेन डांश किया।
गोहाना में भी होली का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया महिलाओं द्वारा कोड़े बरसाना और पुरुषों द्वारा बचाव करते हुए उन पर रंग डालना फाग का आकर्षण माने जाते है। विशेष बात ये है कि इस त्योहार पर पुराने मतभेद भुलाकर लोग एक दूसरे पर रंगों की बरसात करते । ऐसा माना जाता है कि इस खेल में आपसी द्वेष व सालभर की नाराजगी क्षणभर में दूर हो जाती है।