Edited By Shivam, Updated: 04 Aug, 2018 09:06 PM
हरियाणा में 22 साल पहले बंसीलाल की सरकार के दौरान छात्र संघ चुनावों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब मनोहर सरकार में छात्र संघ चुनावों को बहाल करने का फैसला लिया गया। लेकिन मनोहर सरकार के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस छात्र संघ की इकाई एनएसयूआई ने ही...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा में 22 साल पहले बंसीलाल की सरकार के दौरान छात्र संघ चुनावों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब मनोहर सरकार में छात्र संघ चुनावों को बहाल करने का फैसला लिया गया। लेकिन मनोहर सरकार के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस छात्र संघ की इकाई एनएसयूआई ने ही आवाज उठाई है। दरअसल, आज चंडीगढ़ में एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने प्रेस कांन्फ्रेंस में बतााया कि हरियाणा सरकार छात्र संघ के चुनाव अप्रत्यक्ष तौर पर करवाने की तैयारी कर रही है, लेकिन एनएसयूआई इसके खिलाफ है।
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उन्होंने कहा कि एनएसयूआई ने सरकार के इस फैसले पर छात्रों की राय ली है और इसमें निकलकर आया है चुनाव प्रत्यक्ष तौर पर करवाएं जाएं। एनएसयूआई ज्वांइट एक्शन कमेटी गठित करना चाहती है, जिसके लिए इनसो और एबीवीपी को निमंत्रण देती है और सभी को साथ आना चाहिए। उन्होंने बताया कि एक्शन कमेटी प्रत्यक्ष तौर पर चुनाव की मांग रखेगी किसी तरह की कोई राजनीति इसमें नही होगी, इसलिए सभी को एक मंच पर आने की जरूरत है।
बुद्धिराजा ने कहा कि छात्र संघ के चुनाव प्रत्यक्ष तौर पर हो इसके लिए एक्शन कमेटी बनाकर मांग उठाने की जरूरत है, चुनाव प्रत्यक्ष होने चाहिए। अप्रत्यक्ष तौर पर चुनाव होते हैं तो मसल पॉवर और सरकार का दुरुपयोग करके अध्यक्ष बनाने की कोशिश होगी, इसलिए एनएसयूआई इसका विरोध करेगी बशर्ते बाकी छात्र संगठन भी इसका विरोध करें। दिव्यांशु ने कहा 5 अगस्त से प्रत्यक्ष तौर पर छात्र संघ के चुनाव करवाने की मांग को लेकर अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन शुरू हो रहा है।