Edited By Shivam, Updated: 10 May, 2021 12:06 AM
कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए ऑक्सीजन, बेड व मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए एमबीबीएस के छात्रों को होम केयर के लिए नियुक्त किया जाएगा। एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र उन मरीजों को फोन पर सलाह-मशविरा देंगे जो कोरोना संक्रमित होने पर घर में...
करनाल (केसी आर्या): कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए ऑक्सीजन, बेड व मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए एमबीबीएस के छात्रों को होम केयर के लिए नियुक्त किया जाएगा। एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र उन मरीजों को फोन पर सलाह-मशविरा देंगे जो कोरोना संक्रमित होने पर घर में आइसोलेट हैं। इसी को लेकर आज करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया।
करनाल में कोविड-19 के एक्टिव केस की संख्या करीब 5300 है, जिसमें 90 प्रतिशत मरीज घरों में रहकर अपना इलाज कर रहे हैं। जिन्हें समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाओं व डॉक्टर से इलाज को लेकर बातचीत की जरूरत पड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए करनाल जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल प्रबंधन ने फैसला किया है कि होम आइसोलेट मरीजों को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं और उनकी परेशानियों को दूर किया जाए, जिसके लिए एमबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्रों को मैदान में उतारा गया है।
ऐसे 200 छात्र करनाल में होम आइसोलेशन मरीजों का धयान रखेंगे। एक स्टूडेंट्स रोजाना 25 मरीजों को फोन करेगा और उससे जानेगा कि उसे क्या तकलीफ हो रही है, दिन चर्या कैसी रहती है, कौनसी दवा किस वक्त लेनी है, क्या व्यायाम करना है। अगर जरूरत पड़ेगी तो यह छात्र मरीज के घर भी जाएंगे। यदि मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत है तो उसको पंचायत भवन में ऑक्सीजन सपोर्ट बेड पर शिफ्ट करवाया जाएगा।
जिला उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि एमबीबीएस के छात्रों को इस पर्फोमेंस का फायदा उन्हें उनके प्रैक्टिकल माक्र्स में भी मिलेगा।
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