Edited By Shivam, Updated: 17 Apr, 2019 11:35 AM
खेड़कीदौला टोल को हटाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे लोगों का धैर्य अब टूटता जा रहा है। नागरिकों ने ऐलान कर दिया है कि लोकसभा उम्मीदवार अगर टोल के आसपास के गांवों और सैक्टरों में वोट मांगने के लिए आते हैं तो उनके पास शर्त रखी जाएगी कि अगर वे टोल...
गुडग़ांव (गौरव): खेड़कीदौला टोल को हटाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे लोगों का धैर्य अब टूटता जा रहा है। नागरिकों ने ऐलान कर दिया है कि लोकसभा उम्मीदवार अगर टोल के आसपास के गांवों और सैक्टरों में वोट मांगने के लिए आते हैं तो उनके पास शर्त रखी जाएगी कि अगर वे टोल हटाने का कोई ठोस आश्वासन नहीं देते तो उनको वोट नहीं दिया जाएगा। शिकोहपुर मोड़ पर बुधवार को एक पार्टी के कार्यालय के उद्घाटन पर आने वाले एक उम्मीदवार के समक्ष वाटिका सिटी सहित टोल के आसपास के दर्जनों गांवों व सैक्टरों के नागरिकों ने इस मांग को पुन: उठाने का निर्णय लिया है। इसके लिए टोल हटाओ ग्रुप में सूचना डालकर अधिकाधिक लोगों को कार्यक्रम के दौरान आने का आह्वान किया जा रहा है।
1200 की बजाय 1744 करोड़ कमा चुकी टोल एजैंसी
आंदोलन करने वाले नागरिकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि खेड़कीदौला टोल का टैंडर 2002 में 555 करोड़ में हुआ था, बाद में इसे बढ़ाकर 800 करोड़ कर दिया गया, एक बार पुन: इसे बढ़ाकर 1200 करोड़ किया गया। आर.टी.आई. से जानकारी मिली है कि अब तक खेड़कीदौला टोल से एजैंसी ने 1744 करोड़ रुपए कमाई कर ली है अब एजैंसी को कितना चाहिए कि वह टोल जबरदस्ती वसूलने का काम कर रही है।