NH-11 का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरु, दिल्ली-पाकिस्तान सीमा के बीच 98 किमी. की दूरी होगी कम

Edited By Deepak Paul, Updated: 15 Jan, 2019 03:35 PM

nh 11 construction work will start soon

रेवाड़ी-जैसलमेर नए नेशनल हाईवे-11 निर्माण के लिए एनएचआई की ओर से टेंडर प्रतिक्रिया पूरी हो चुकी है। इस हाईवे के निर्माण के बाद दिल्ली से बीकानेर तक पहुंचने की दूरी कम हो जाएगी। जहां बीकानेर पहुंचने के लिए पहले 9 घंटे का समय सगता था, लेकिन अब करीब...

रेवाड़ी(ब्यूरो): रेवाड़ी-जैसलमेर नए नेशनल हाईवे-11 निर्माण के लिए एनएचआई की ओर से टेंडर प्रतिक्रिया पूरी हो चुकी है। इस हाईवे के निर्माण के बाद दिल्ली से बीकानेर तक पहुंचने की दूरी कम हो जाएगी। जहां बीकानेर पहुंचने के लिए पहले 9 घंटे का समय सगता था, लेकिन अब करीब डेढ़ घटा कम समय लगेगा। यानी 324 किलोमीटर की दूरी के लिए करीब साढ़े 7 घंटे लगेंगे। वहीं इसका सबसे बड़ा फायदा सेना को होगा। क्योकि पाकिस्तान के साथ अगर सैन्य कार्रवाई होती है तो उस समय सीमा पर रसद आदि पहुंचाने में सेना को अब एक सुगम रास्ते का विकल्प मिल जाएगा।   

बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग-11(एनएच) पहले आगरा से बीकानेर तक ही था, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी की ओर से मार्च 2014 में रेवाड़ी से राजस्थान के फतेहपुर तक करीब 190 किमी. लंबे स्टेट राजमार्ग को फोरलेन करने और नए एनएच-11 का दर्जा देने की घोषणा की गई थी। नई प्रक्रिया के तहत हाईवे बीकानेर से जैसलमेर तक बढ़ा दिया गया है। सामरिक दृष्टि से भी इस हाईवे का उपयोग किया जा सकेगा, क्योंकि दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय से पाकिस्तान सीमा तक पहुंचना अब सुगम हो जाएगा। तीन चरणों में होने वाले निर्माण में राजस्थान के सीकर जिले की फतेहपुर तहसील से हरियाणा सीमा के पचेरी, पचेरी से अटेली व अटेली से रेवाड़ी शामिल है।  

इससे सेना मुख्यालय और पाकिस्तान सीमा की दूरी 98 किमी. कम होगी। पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर पहुंचने के लिए इससे पहले सड़क मार्ग से पहले रोहतक, हिसार व इसके बाद सीकर में एनएच-11 पर जाना पड़ता था। इस मार्ग से रेवाड़ी से जैसलमेर की दूरी करीब 828 किमी. पड़ती थी, लेकिन नए एनएच-11 से ये दूरी घटकर 730 किमी. रह जाएगी। ऐसे में 98 किमी. की दूरी कम होने से समय के साथ आर्थिक फायदा भी होगा। टू-लेन होने के बावजूद इस मार्ग पर अभी भी हर रोज यहां से 10 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। 

कॉरिडोर और लॉजिस्टिक हब के बाद बड़ा प्रोजेक्ट :
प्रदेश सरकार की राजस्थान से लगती सीमा नांगल चौधरी क्षेत्र में करीब 1200 एकड़ जमीन पर मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित किया जा रहा है। यूपी से दादरी से मुंबई तक वेस्टर्न रेलवे फ्रेट कॉरिडोर का निमार्ण चल रहा है। न्यू एनएच-11 बनने से राजस्थान व हरियाणा के बीच व्यावसायिक गतिविधियां भी बढ़ जाएगी। रोजगार भी बढ़ेगा।

650 करोड़ होंगे खर्च
नेशनल हाईवे अथॉरिटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर (पीडी) पीके कौशिक ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। रेवाड़ी से अटेली तक करीब 650 करोड़ रुपए के खर्च होंगे। वहीं जमीन अधिग्रहण हो गया है। 2021 में हाईवे का निर्माण पूरा हो जाएगा।

टेंडर प्रक्रिया पूरी, ढाई साल में बनकर तैयार होने की उम्मीद:
निर्माण की टेंडर प्रक्रिया पूरी, करीब ढ़ाई साल में बनकर तैयार होने की उम्मीद
इस हाईवे की चौड़ाई 200 फीट होगी।
इसके निर्माण पर करीब दो हजार करोड़ रुपए खर्च आने की उम्मीद है।
 

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