Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 14 May, 2018 05:10 PM
खुले में नमाज पढ़ने का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। साइबर सिटी गुरुग्राम में हिंदू संगठनों द्वारा प्रेस वार्ता कर आने वाले शुक्रवार को की जाने वाली नमाज अता का विरोध करने का भी आह्वान किया। साथ-साथ प्रशासन को चेतावनी दी अगर शुक्रवार को खुले...
गुरुग्राम(सतीश राघव): खुले में नमाज पढ़ने का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। साइबर सिटी गुरुग्राम में हिंदू संगठनों द्वारा प्रेस वार्ता कर आने वाले शुक्रवार को की जाने वाली नमाज अता का विरोध करने का भी आह्वान किया। साथ-साथ प्रशासन को चेतावनी दी अगर शुक्रवार को खुले में नमाज अता की गई तो गई तो सभी हिंदू संगठन मिलकर इस नमाज को नहीं होने देंगे।
अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय सयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने यहां पहुंचकर अपने तीखे तेवर दिखाए और कहा कि शुक्रवार अगर नमाज अता की जाती है या फिर प्रशासन नमाज अता करने की अनुमति इन लोगों को देता है तो वो रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निवास स्थान पर आत्मदाह करेंगे। इस आत्मदाह के दौरान वह और उनके साधु-संत साथ होंगे। हिंदू संगठनों का मानना था कि खुले में नमाज अता करना किसी भी कानून में नहीं लिखा है और यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुस्लिम समाज के लोगों की गुरुग्राम पुलिस प्रशासन के साथ मीटिंग हुई जिसमें सहमति बनाई गई कि प्रशासन के पहरे में गुरुग्राम में करीब 37 ऐसी जगह चिन्हित की गई है जहां पर मुस्लिम समाज के लोग जुमे की नमाज अदा करेंगे। जिनमें से 13 जगह सार्वजनिक होंगे जैसे हुडा विभाग की जमीन, ए पाक या ग्रीन बेल्ट जबकि 24 ऐसी जगह होंगी जो कि ईदगाह है या फिर वक्फ बोर्ड की जमीन है।