Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 07 May, 2018 04:12 PM
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए हाई अलर्ट पर विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सफाई तथा अग्निश्मन सेवाओं को पुख्ता रखने के निर्देश दिए। यही नहीं प्रदेश भर की नगरपालिकाओं में अधिकारियों, कर्मचारियों की...
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए हाई अलर्ट पर विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सफाई तथा अग्निश्मन सेवाओं को पुख्ता रखने के निर्देश दिए। यही नहीं प्रदेश भर की नगरपालिकाओं में अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियों को भी रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान को रोकने तथा आमजन को जागरूक करने की व्यवस्था करना हमारा दायित्व है, जिसमें अधिकारी, कर्मचारी भी अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाएं।
सोमवार दोपहर अपने कार्यालय में जैन ने विभाग के महानिदेशक नितिन कुमार यादव, संयुक्त सचिव मिनाक्षी राज, उपनिदेशक रणबीर पराशर समेत विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने हरियाणा समेत उत्तर भारत के राज्यों में मौसम विभाग की खराब मौसम की चेतावनी पर व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को नगरपालिकाओं में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद्द करने के निर्देश दिए। यही नहीं नगरपालिका क्षेत्र में अग्निश्मन सेवाओं को दुरूस्त रखने तथा आंधी-तूफान के दौरान पेड़ गिरने जैसी स्थिति में सफाई व्यवस्था में कोई कोताही न बरती जाए, इसके लिए कर्मचारी तथा ठेकेदार के माध्यम से लगे सफाई कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी को पूरी जिम्मेदारी से निभाने के निर्देश भी जारी किए। उन्होंने कहा कि अलर्ट के दौरान नगरपालिका में कार्यरत सभी लोग आमजन को जागरूक करें तथा किसी भी प्रकार के नुकसान को होने से रोकने के पुख्ता प्रबंध करें।
मंत्री कविता जैन ने कर्मचारियों से जुडे मुद्दों को समीक्षा करते हुए कहा कि कर्मचारियों की मांगों के अनुरूप सरकार लगातार गंभीरता से विचार करते हुए कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 8100 रुपए से बढाकर 11500 रुपए अथवा डीसी रेट, जो भी अधिक हो, उसे देने की घोषणा कर चुके हैं। वहीं सीवर सफाई के दौरान मृत्यु की स्थिति में अनुबंधित अथवा ठेकेदार के माध्यम से कार्यरत कर्मचारी के परिवार को 3 लाख रुपए की सहयोग राशि प्रदान की जाती है। इसी प्रकार से सरकार समय-समय पर कर्मचारियों के हित को लेकर कदम उठाती रही है, ताकि कर्मचारियों को लाभ दिलाया जा सके।