Edited By Rakhi Yadav, Updated: 13 Dec, 2018 01:03 PM
नगर पालिका नूंह प्रशासन का पूरा अमला नूंह शहर के मुख्य बाजार में लाव लश्कर के साथ निकला। कहीं पॉलीथिन रखने वाले दर्जनों दुकानदारों के चालान काटे गए, तो कहीं अतिक्रमण हटाने निकली टीम को विरोध...
नूंह मेवात(ऐके बघेल): नगर पालिका नूंह प्रशासन का पूरा अमला नूंह शहर के मुख्य बाजार में लाव लश्कर के साथ निकला। कहीं पॉलीथिन रखने वाले दर्जनों दुकानदारों के चालान काटे गए, तो कहीं अतिक्रमण हटाने निकली टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। नपा दफ्तर से चंद मीटर दूर सब्जी मंडी नूंह में ही टीम का विरोध इस कद्र हुआ कि टीम को पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा। दुकानदारों ने कहा कि न तो नोटिस दिया और किसी से जुर्माना वसूला और किसी को छोड़ दिया। पॉलीथिन रखने वाले दुकानदारों ने कहा कि अगर पॉलीथिन को बैन करना है तो उन फैक्ट्रियों पर पाबंदी लगाए जाये, जो पॉलीथिन बनाने का काम करती हैं।
हद तो तब हो गई जब काफी समय से नपा नूंह से नाराज चल रहे पार्षद पति एवं भाजपा कार्यकर्ता थान सिंह दुकनदारों के पक्ष में खड़े दिखाई दिए। विरोध में दुकनदारों ने नगर पालिका की कार्रवाई का विरोध करते समय हलकी - फुलकी नारेबाजी भी की। इरादा तो शहर को अतिक्रमण मुक्त करने का था, लेकिन चंद मिनट और चंद मीटर दूरी पर ही नपा नूंह को मुंह की खानी पड़ी। कुल मिलाकर नूंह शहर में अतिक्रमण हटाने को टीम कोई पहली बार नहीं निकली थी। बार - बार टीम निकली और पीला पंजा भी चला, लेकिन ज्यादा कामयाबी हाथ नहीं लगी। या तो टीम को बैरंग लौटना पड़ा या फिर अगले ही दिन अतिक्रमणकारियों ने रास्ता में ही उन्हें रोक दिया।
शहर की यह समस्या पुरानी है और दिन प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। जामा मस्जिद नूंह वाले रास्ते पर तो अतिक्रमण के चलते वाहन तो दूर, पैदल चलना तक भी दूभर हो जाता है। शहर को अतिक्रमण से मुक्ति कब मिलेगी, इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। अतिक्रमण का यह हाल सिर्फ नूंह शहर में नहीं बल्कि नगीना, पिनगवां, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, तावडू सहित सभी जगह है। नूंह शहर में तो जिले के तमाम आला अधिकारियों की नाक के नीचे अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद हैं। नपा प्रशासन तो अतिक्रमण पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन दुकानदारों ने नपा नूंह की नियत और नीति को ही गलत बताया।