'मारुति सुजुकी' के साथ प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए हुए MoU पर हस्ताक्षर

Edited By Shivam, Updated: 20 Jun, 2018 11:39 PM

mou signed for training with maruti suzuki indiaprivate limited

हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने उपरान्त पास आऊट युवाओं से आह्वïन किया है कि वे एनसीवीटी पाठ्यक्रम के तहत आरम्भ किए जा रहे प्रशिक्षण की दोहरी...

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने उपरान्त पास आऊट युवाओं से आह्वïन किया है कि वे एनसीवीटी पाठ्यक्रम के तहत आरम्भ किए जा रहे प्रशिक्षण की दोहरी प्रणाली के तहत प्रशिक्षु प्रशिक्षण हासिल करें और उद्योगों के मांग के अनुरूप स्वयं को रोजगारपरक बनाएं।

उद्योग एवं वाणिज्य, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने हरियाणा सिविल सचिवालय चण्डीगढ़ स्थित उनके कार्यालय में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड  के साथ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रोहतक और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान गुरुग्राम के बीच एनसीवीटी पाठ्यक्रम के तहत प्रशिक्षु प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए हुए समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।  विभाग की ओर निदेशक  आर.सी. बिधान व मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड  की ओर से प्रशिक्षण अकादमी मुकेश कुमार गुप्ता ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

युवाओं को 14 हजार रुपये वजीफा 
इस अवसर पर उद्योग मंत्री  ने मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे कम्पनी द्वारा गोद ली गई पांच अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी प्रशिक्षण की दोहरी प्रणाली के कोर्स चलाए। इस बात की भी जानकारी दी गई कि प्रशिक्षु प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 14 हजार रुपये वजीफा दिया जाएगा। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रोहतक व गुरुग्राम में फीटर व मशीनिनिस्ट ट्रेडों के प्रशिक्षु प्रशिक्षण कोर्स चलाएं जाएंगे। 

उद्योग मंत्री ने जानकारी दी कि कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग, हरियाणा 156 सरकार के नेटवर्क के माध्यम से तथा 232 निजी आईटीआईज में एक और दो साल की अवधि के इंजीनियरिंग और गैर-इंजीनियरिंग व्यापार पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। चालू शैक्षणिक वर्ष 2017-18 के दौरान, राजकीय आईआईटी में प्रवेश के लिए 3518 ट्रेड में 60292 सीटें और निजी आईटी में प्रवेश के लिए 2295 ट्रेडों में 38832 सीटें स्वीकृत की गई हैं। इस वर्ष 72293 उम्मीदवारों ने राजकीय प्रशिक्षण संस्थानों में दाखिला लिया है। 

उन्होंने बताया कि वर्ष 1966 में जब हरियाणा अस्तित्व में आया, तो 48 राजकीय प्रशिक्षण संस्थान थे। जिनमें 7156 सीटे स्वीकृत थी। अब कुल 388 आईटीआईज है जिनमें 99124 स्वीकृत सीटे है और  78 विभिन्न ट्रेडों  में पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा उद्योग क्षेत्र परिषद के माध्यम से पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण पद्धति और प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण में सुधार से आईटीआई में प्रशिक्षण की गुणवत्ता नियमित रूप से अपग्रेड की जा रही है। भारतीय बाजार की मांग के मुताबिक नए ट्रेड  भी आरम्भ किए जा रहे हैं।

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