Edited By Shivam, Updated: 14 Aug, 2018 06:11 PM
आसमान से रात के समय बरसी आफत का तांडव वार्ड न.11 में रह रहे झोपडिय़ों में देखने को मिला। झोपडिय़ों में चार-चार फुट बरसाती पानी घुसने से 300 से अधिक परिवार बेघर हुए। प्रशासन व शासन की पोल खुली। प्रशासन की मदद को न आने पर पीड़ित परिवारों...
नारायणगढ़(चंदेष): आसमान से रात के समय बरसी आफत का तांडव वार्ड न.11 में रह रहे झोपडिय़ों में देखने को मिला। झोपडिय़ों में चार-चार फुट बरसाती पानी घुसने से 300 से अधिक परिवार बेघर हुए। प्रशासन व शासन की पोल खुली। प्रशासन की मदद को न आने पर पीड़ित परिवारों ने लुघसचिवाय के समक्ष प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
बता दें कि रविवार को बरसात करीब दस बजे रात को शुरू हो गई थी। लेकिन उंचे इलाकों में अधिक बरसात होने पर अचानक बरसाती पानी से बढ़े जलस्तर के कारण बरसाती पानी वार्ड न.11 में रह रहे बागड़ी व डेहा समुदाय की कालोनी में 4-5 फुट तक घुस गया। जिसपर उनका घेरलू समान व खाने पीने का समान सब खराब हो गया और उन्हे अपनी व बच्चों की जान बचाकर सडको पर आना पड़ा।
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वहीं सोमवार को प्रशासन ने भी उनकी सुध नहीं ली, वे सड़कों किनारे सुबह से भूखे प्यासे व बच्चों के साथ बैठे रहे। मजबूरन सभी परिवारों ने लघुसचिवाल पर पहुंच कर प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसपर प्रशासन ने उन्हे सरकारी स्कूल में ठहाराया। फिलहाल अभी नगरपालिका जेसीबी द्वारा पानी की निकासी की जा रही है। उन्हे ठहराने के लिए जगह की तलाश की जा रही है।
बागड़ी समाज की लख्खो बाई का कहना था कि रात को वह अपनी झोपडिय़ों में सोये हुए थे। अचानक रात के समय पानी बैड के उपर तक आ गया। इसमें सभी कुछ समान व खाने पीने का समान डुब गया। सुबह से बच्चों सहित लोग भूखे प्यासे हैं। हमें अपने घर से सामान तक उठाने के समय नहीं मिला, 600 लोग बेघर हो गए।