Edited By Rakhi Yadav, Updated: 15 Aug, 2018 09:33 AM
15 अगस्त को जब पूरा देश आजादी की वर्षगांठ मना रहा होगा तब जींद में डी.सी. की कोठी से चंद दूरी पर सैंकड़ों दलित धर्म परिवर्तन कर रहे होंगे। इसके लिए दलितों ने सभी ....
जींद(राजकुमार): 15 अगस्त को जब पूरा देश आजादी की वर्षगांठ मना रहा होगा तब जींद में डी.सी. की कोठी से चंद दूरी पर सैंकड़ों दलित धर्म परिवर्तन कर रहे होंगे। इसके लिए दलितों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। करीबन 2 दर्जन से ज्यादा बौद्ध भिक्षु यहां धर्म परिवर्तन कराने के लिए आ रहे हैं। दलित नेता दिनेश खापड़ का कहना है कि विभिन्न मांगों को लेकर दलित समाज के लोग पिछले करीबन 6 महीने से धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही।
इनका कहना है कि वे सरकार से कोई नई मांग नहीं मांग रहे बल्कि उन मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं जिनके बारे में सरकार खुद पहले ही पूरा करने की घोषणा कर चुकी है। सरकार करीबन 30 फीसदी छोटी-छोटी मांगों को तो मान चुकी लेकिन जो बड़ी बड़ी मांगें हैं वे अभी भी अधर में लटकी पड़ी हैं। खापड़ का कहना है कि सरकार को कई दिन पहले ही यह चेतावनी दे दी गई।
यदि 15 अगस्त से पहले पहले सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 1000 से ज्यादा दलित 15 अगस्त को आजादी के दिन हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने पर मजबूर होंगे। खापड़ का कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई संदेश उन्हें नहीं मिला है ऐेसे में धर्म परिवर्तन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कल देश की आजादी के दिन 1000 से ज्यादा दलित इसी धरनास्थल पर धर्म परिवर्तन करेंगे।