Edited By vinod kumar, Updated: 09 May, 2020 11:12 PM
भारत की लाइफ लाइन रेल के बाद अब हरियाणा की धड़कन रोडवेज प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है। आज रोहतक से 1200 के करीब प्रवासी मजदूरों को रोडवेज की बसों में घर भेजा गया है।,इससे पहले भारतीय रेल बिहार में मजदूरों को छोड़कर आ रही है। घर जाने की...
राेहतक(दीपक): भारत की लाइफ लाइन रेल के बाद अब हरियाणा की धड़कन रोडवेज प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है। आज रोहतक से 1200 के करीब प्रवासी मजदूरों को रोडवेज की बसों में घर भेजा गया है।,इससे पहले भारतीय रेल बिहार में मजदूरों को छोड़कर आ रही है। घर जाने की खुशी में मजदूरों ने सरकार का शुक्रिया किया और कहा अब अपनो के बीच पहुंच पाएंगे।
अब प्रवासी मजदूरों को पैदल जाने की जरूरत नहीं, बल्कि हरियाणा रोडवेज की बसे यूपी से यहां मजदूरी कर रहे प्रवासियों को छोड़कर आएगी। हरियाणा सरकार की प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी पहल है। अब तक जो मजदूर पैदल यात्रा कर रहे थे और अपने घरों को जाने के लिए मजबूर थे। उनके लिए अब रोहतक प्रशासन ने हरियाणा रोडवेज की बसें उपलब्ध करवा दी है जो इन मजदूरों को मुफ्त में इनके घर छोड़कर आएंगे।
यह सुविधा मिलने से मजदूर काफी खुश नजर आए, आज सुबह से ही इन्हें स्थानीय छोटूराम स्टेडियम में इकट्ठा किया गया और पूरे प्रशासन की देखरेख में इनको कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत बसों में बिठाया गया। इस अभियान में 60 बसों में लगभग 1200 मजदूरों को घर भेजा जाएगा। प्रत्येक बस में 40 यात्री होंगे।
वहीं लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूर घर जाने की खुशी में फूले नहीं समा रहे है> मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन में 40 हजार रुपए किराए में ट्रक से भी घर नहीं पहुच रहे थे, लेकिन आज प्रसाशन ने हमारे लिए बसें चला कर उपकार किया है, इसलिए हमें खुशी हो रही है। क्योंकि हम भी अब अपनों के बीच पहुंच जाएंगे। इस बारे डीएसपी गौरखपाल राणा ने बताया कि मजदूरों के लिए बसें चलाई गईं और इन्हें घर भेजा गया है। इससे पहले ट्रैन से प्रवासी मजदूरों को बिहार भेजा गया था।