Edited By Isha, Updated: 19 Aug, 2020 04:51 PM
कोरोना महामारी के दौर में जहां एक तरफ डॉक्टरों की जिम्मेवारी सबसे अहम मानी जाती है वही दूसरी ओर फरीदाबाद के सेक्टर 16 स्थित मेट्रो हॉस्पिटल के अंद
फरीदाबाद(अनिल राठी): कोरोना महामारी के दौर में जहां एक तरफ डॉक्टरों की जिम्मेवारी सबसे अहम मानी जाती है वहीं दूसरी तरफ फरीदाबाद के सेक्टर 16 स्थित मेट्रो हॉस्पिटल के अंदर एडमिशन बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं मेट्रो हॉस्पिटल के अंदर एडमिट 350 मरीजों को भी डिस्चार्ज घर भेज दिया गया है। अब यहां मात्र 70 मरीज ही उपचार करवा रहे है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल इस हॉस्पिटल के चेयरमैन और एमडी के बीच पिछले कुछ सालों से विवाद चला आ रहा है जो अब जगजाहिर हो गया है। कुछ दिन पूर्व ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई एक बैठक दौरान ये फैसला लिया गया की सालों से चल रहे को खत्म किया जाए। अस्पताल के दोनों पार्टनरों के बीच एक एग्रीमेंट करार हुआ जिसमें डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल ने बोली लगाकर मेट्रो हॉस्पिटल को लेने की हामी भरी वहीं उन्हें अब निर्धारित की गई राशि समय पर डॉक्टर बंसल को अदा करनी है और उसके बाद डाक्टर पुरुषोत्तम पूर्ण रूप से फरीदाबाद के सेक्टर 16 स्थित मेट्रो हॉस्पिटल के मालिक हो जाएंगे।
मरीज भुगत रहे खामियाजा
चेयरमैन और एमडी के बीच चल रही इस खींचतान का खामियाजा कहीं ना कहीं उन लोगों को उठाना पड़ रहा है जो अपना इलाज करवाने के लिए मेट्रो हॉस्पिटल में पहुंच रहे हैं । कोरोना दौर में जहां लोगों को स्वास्थय सेवाएं मिलना मुश्किल हो रहा है वहीं अस्पताल में चल रहा विवाद मरीजों की जिंदगियों पर भारी पड़ रहा है।