Edited By Deepak Paul, Updated: 07 Feb, 2019 09:12 PM
भिवानी में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जहां शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने...
भिवानी (अशोक भारद्वाज): भिवानी में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जहां शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने महिलाओं पर मेहरबानी दिखाते हुए पहली बार अधिकारियों के खिलाफ सख्त दिखें। उन्होने पीङित महिलाओं को विभागों द्वारा मदद ना करने पर खुद मदद करने की बात कही और अधिकारियों को जमकर लताड़ते हुए नाराजगी दिखाई।
जिला के पंचायत घर में लोकसंपर्क एवं कष्ट निवारण समिती की बैठक में में 16 परिवाद रखे गए। इन परिवादों के साथ बैठक के मुखिया शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने अपनी पार्टी कार्यक्रताओं की भी शिकायतें सुनी। जानकारी के अनुसार पिछली बैठक में लंबीत एक मामले पर शिक्षा मंत्री ने एक बार फिर एक एएसआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए एसपी को निर्देश दिये है।
बता दें कि गांव कासनी निवासी सुनीता ने शिकायत दी थी कि उसका पति उसे धोखा देकर विदेश भाग गया और जब वह भारत आया तो पुलिस को सूचना दी लेकिन एएसआई रमेश कुमार ने उसके पति को गिरफ्तार करने की बजाय दोबारा विदेश भागने में मदद की गई। हालांकि पुलिस द्वारा कहा गया कि इस मामले में उक्त एएसआई दोषी नहीं, फिर भी शिक्षा मंत्री ने उक्त एएसआई रमेश कुमार को दोषी बताते हुए इस बार भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।
वहीं गांव जाटू लोहारी निवासी मजदूर की विधवा सुदेश देवी द्वारा आर्थिक मदद ना मिलने पर शिक्षा मंत्री संबंधित अधिकारियों पर खुब गरजे। उन्होंने एसडीएम सतीश कुमार को तीन दिन में उक्त महिला को आर्थिक मदद देने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को पीङित विधवा महिला की फाईल में कमी निकालने की बजाय इंसानियत दिखानी चाहिए। वहीं एक पिता द्वारा अपने बेटे के लिए शिक्षा लोन ना मिलने पर खुद मदद करने का भरोसा दिलाया।
इस दौरान शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने मीडिया से रुबरु होते हुए खुद के भिवानी से लोकसभा या विधानसभा चुनाव लङने के चर्चाओं पर विराम लगाया। उन्होंने कहा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा ये फैसला पार्टी को करना है। साथ ही उन्होंने सासंद धर्मबीर द्वारा लोकसभा चुनाव ना लङने के बयान से पलटने पर कहा कि ये उनकी डांट का असर है।