Edited By Isha, Updated: 18 Dec, 2019 11:38 AM
सफाई व्यवस्था के मामले में गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद सख्त हो गई हैं। उन्होंने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन शहर के सार्वजनिक शौचालयों तथा शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया...
गुडग़ांव (ब्यूरो) : सफाई व्यवस्था के मामले में गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद सख्त हो गई हैं। उन्होंने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन शहर के सार्वजनिक शौचालयों तथा शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेयर लगभग 20 शौचालयों पर गई, जिनमें से 10 शौचालयों पर ताले लटके पाए गए, जबकि अन्य में गंदगी मिली। आसपास रहने वाले नागरिकों से मेयर ने बातचीत की तथा उन्हें जानकारी मिली कि ताले बन्द होने तथा गंदगी के कारण वे शौचालयों का इस्तेमाल नहीं कर पाते और उन्हें मजबूरी वश खुले में शौच जाना पड़ता है।
एक शौचालय की व्यवस्था देखकर तो मेयर स्तब्ध रह गई। उन्होंने पाया कि शौचालय के केयर टेकर रूम में अंडे की दुकान लगाई हुई है। शहर की सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान मेयर ने पाया कि ओल्ड जेल कॉम्पलैक्स में पड़े कूड़े के ढेरों की स्थिति जस की तस है, जबकि इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल संबंधित कंपनी इकोग्रीन पर 25 लाख रुपए का जुर्माना भी लगा चुके हैं।
इसके बावजूद भी यहां से कूड़ा समय पर नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने कूड़ा उठान बारे भी अनियमितताएं पाई। ना तो समय पर कूड़ा उठाया जा रहा है और ना ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। कंपनी के कर्मचारी कूड़ा उठाने बारे गलत एंट्री करते हैं। उन्होंने पाया कि 12 बजे ही 12.40 की एंट्री स्लिप बना दी जाती है, जबकि उस समय कूड़ा वहीं पड़ा पाया गया। मेयर के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को शौचालय का प्रयोग करने और सफाई व्यवस्था बनाए रखने के प्रति प्रेरित कर रहे हैं।
वे लगातार दो दिनों से शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर रही हैं। निरीक्षण के दौरान एक ओर जहां सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों की दशा खराब पाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर मोबाइल टॉयलेट भी पानी के अभाव में प्रयोग योग्य नहीं हैं। वे इस बारे में नगर निगम आयुक्त एवं जिला उपायुक्त अमित खत्री को अवगत करवा चुकी हैं तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह तथा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज को भी इस बारे में रिपोर्ट देकर संबंधित लापरवाह अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने बारे कहेंगी।