Edited By Shivam, Updated: 05 Dec, 2018 09:59 PM
बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में इन दिनों स्वास्थ्य सेवायें मिल नहीं रही हैं, बल्कि बस जुगाड़ करके दी जा रही हैं। क्योंकि रोजाना करीब 2 हजार मरीजों की ओपीडी रामभरोसे ही चल रही है, पर्याप्त डाक्टर और नर्स न होने पर कुछ डाक्टरों के रूमों पर ताले...
फरीदाबाद(अनिल राठी): बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में इन दिनों स्वास्थ्य सेवायें मिल नहीं रही हैं, बल्कि बस जुगाड़ करके दी जा रही हैं। क्योंकि रोजाना करीब 2 हजार मरीजों की ओपीडी रामभरोसे ही चल रही है, पर्याप्त डाक्टर और नर्स न होने पर कुछ डाक्टरों के रूमों पर ताले लटके हुए हैं। लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर बस खानापूर्ति ही की जा रही है।
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवायें बेहतर करने का दावा करती है मगर बिन फौज के जंग नहीं जीती जाती। ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों बल्लभगढ के सरकारी अस्पताल में देखने को मिल रहा है, अस्पताल में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सेवायें रामभरोसे ही मिल रही हैं। क्योंकि अस्पताल में डाक्टर और अन्य स्टाफ की कमी होने के कारण कई डाक्टरों के रूमों पर ताले लटके हुए हैं।
इस बारे में अस्पताल के एसएमओ मानसिंह से बात की गई तो उन्होंने धीरे से बोला कि बस चला ही रहे हैं, काम चल रहा है। उन्होंने अस्पताल में डाक्टर और स्टाफ की भर्ती के लिये सरकार को रिक्वारमेंट भेजी हुई है जब तक नहीं आते हैं तो जुगाड़ करके ही काम चलाना पड़ेगा। वहीं उन्होनें कहा कि वह खुद इन दिनों 16-16 घंटों तक स्वास्थ्य सेवायें दे रहे हैं।