Edited By vinod kumar, Updated: 07 May, 2020 10:27 PM
हरियाणा की मनाेहर सरकार ने आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने ट्वीट कर दी। उन्हाेंने ट्वीट कर लिखा कि मैं आप सब से एक खुशी का समाचार सांझा कर रहा हूं कि हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा की मनाेहर सरकार ने आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने ट्वीट कर दी। उन्हाेंने ट्वीट कर लिखा कि मैं आप सब से एक खुशी का समाचार सांझा कर रहा हूं कि हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने नामंजूर कर दिया है।
इस्तीफा नामंजूर करने के लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसलिए भी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने उदारता दिखाते हुए बिटिया रानी नागर का आईएएस कैडर हरियाणा से उनके गृह राज्य में बदलने की भी सिफारिश केंद्र सरकार से की है।
रानी नागर को इंसाफ दिलाने के लिए किए जा रही कोशिशें रंग लाई हैं। हमारी कोशिश यही है कि रानी नागर बिटिया के साथ किसी भी किस्म की नाइंसाफी ना हो पाए। इसके लिए हरियाणा सरकार में शीर्ष स्तर से लगातार बातचीत की जा रही थी। हमने पहले भी आश्वस्त किया था कि चूंकि हरियाणा सरकार बेटियों के हितों के लिए संवेदनशील है और रानी नागर बिटिया के हितों पर किसी क़िस्म की आंच नहीं आने दी जाएगी। मेरा आशीर्वाद सदैव बिटिया रानी नागर के साथ है।
मैं आप सब से एक ख़ुशी का समाचार सांझा कर रहा हूँ कि हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफ़ा माननीय मुख्यमंत्री @mlkhattar जी ने नामंज़ूर कर दिया है। इस्तीफ़ा नामंज़ूर करने के लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूँ।
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— Krishan Pal Gurjar (@KPGBJP) May 7, 2020
वहीं हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने गुरुवार काे ट्वीट कर यूटी गेस्ट हाउस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्हाेंने ट्वीट कर लिखा कि गेस्ट हाउस में उसके खाने में लाेहे की पिन डालकर दी जाती थी। इस संबंध में शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वहीं इसके साथ ही उन्हाेंने अपील की है कि उसके इस्तीफे के लिए लोग आंदोलन न करें, क्योंकि उसके लिए अब नौकरी कर पाना संभव नहीं होगा। बता दें कि आईएएस रानी नागर ने 4 मई को अपना इस्तीफा दिया था। जिसके बाद वह अपनी बहन के साथ उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपने घर चली गई थीं।