Edited By Shivam, Updated: 15 Jun, 2019 05:04 PM
भिवानी के चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में एक बार फिर जानलेवा लापरवाही सामने आई है। लापरवाही भी ऐसी कि एक जीएनएम बेटी यहां डॉक्टर से अपने पिता का इलाज करवाने के लिए गिड़गिड़ाती रही, पर किसी ने नहीं सुनी। वह खुद इलाज में जुटी लेकिन लाख प्रयास व...
भिवानी (अशोक भारद्वाज): भिवानी के चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में एक बार फिर जानलेवा लापरवाही सामने आई है। लापरवाही भी ऐसी कि एक जीएनएम बेटी यहां डॉक्टर से अपने पिता का इलाज करवाने के लिए गिड़गिड़ाती रही, पर किसी ने नहीं सुनी। वह खुद इलाज में जुटी लेकिन लाख प्रयास व प्रार्थना के बाद भी अपने पिता को बचा नहीं पाई। वहीं मृतक की मौत से क्षुब्ध पत्नी ने कहा कि यहां मौत मिलती है, अस्पताल को ताला लगा दो।
जानकारी के मुताबिक, हेतमपुरा गांव निवासी करीब 50 वर्षिय अजय कुमार को सांस की बीमारी होने के चलते चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसे यहां उसकी जीएनएम बेटी कविता लेकर आई थी। कविता को भरोसा था कि स्टाफ की होने के चलते उसके पिता की एक आम मरीज से ज्यादा देखभाल होगी, मगर सब उलटा हुआ।
कविता ने बताया कि उसके पिता को एक घंटे तक दाखिल नहीं किया गया। वह बार-बार डॉक्टर से उसके पिता के इलाज के गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उसका इलाज तो दूर कोई देखभाल करने तक नहीं आया। कविता ने बताया कि जब ईलाज के अभाव में रेफर करने के लिए कहा तो गई तो किसी ने नहीं सुनी।
वहीं मृतक अजय की पत्नी शकुंतला ने बताया कि नागरिक अस्पताल की सुन कर वो पहले ही घबरा गई थी और अपने पति का यहां इलजा करवाने से मना कर रही थी। शकुंतला का कहना है कि यहां इलजा के दौरान सभी को मौत मिलती है। इस अस्पताल को तो ताला लगा देना चाहिए।
उधर, इस पूरी घटना के बाद अस्पताल में होने वाले हंगामे से पहले ही डॉक्टरों ने आनन-फानन में पीड़ित परिजनों को समझाना शुरु किया और भरोसा दिलाया कि इस मामले की सीएमओ द्वारा जांच करवाई जाएगी। मौके पर पहुंचे दिनोद गेट पुलिस इंचार्ज एएसआई दशरथ कुमार ने बताया कि पीड़ित परिजनों द्वारा जो शिकायत दी जाएगी और सीएमओ की जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।