Edited By vinod kumar, Updated: 01 Dec, 2019 03:26 PM
यमुनानगर रैन बसेरों पर ताले लटके हैं। इसे बेसहारा लोग सड़क के डिवाइडर के बीच सोने को मजबूर हैं। जिले में कई जगह नगर निगम द्वारा रिक्शे वालों, गरीब लोगों या जिनके पास रहने के लिए छत नही हैं उनके लिए रैन बसेरे बनाए गए है।
यमुनानगर(सुमित): यमुनानगर रैन बसेरों पर ताले लटके हैं। इसे बेसहारा लोग सड़क के डिवाइडर के बीच सोने को मजबूर हैं। जिले में कई जगह नगर निगम द्वारा रिक्शे वालों, गरीब लोगों या जिनके पास रहने के लिए छत नही हैं उनके लिए रैन बसेरे बनाए गए है। ताकि कड़कड़ाती ठंड से बचा जा सके, लेकिन अधिकारियों की कार्यप्रणाली के चलते ये सड़क के डिवाइडर पर रात बिताने को मजबूर है। वहीं नगर निगम के अधिकारी चैन की नींद सो रहे है ।
प्रदेश में कई जगह हुई बरसात के बाद से ही हर जगह ठंड बड़ गई है। यमुनानगर में भी तेज बर्फीली हवाओं ने ठंड बड़ा दी है। हर कोई घर बैठना पसंद करता है, लेकिन ऐसे भी लोग है जिनके पास रात काटने के लिए छत तक नहीं है। ठंड में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी आराम से चैन की नींद सो रहे है। क्योंकि जिले में गरीब लोगों के लिए बनाए गए रैन बसेरों में ताले लगे हुए है और लोग सड़क के बीच बने डिवाइडर पर व फुटपाथ पर सोने को मजबूर है।
रैन बसेरे के पास ही रहेने वाले धर्मेंद्र ने बताया कि निगम द्वारा अभी तक ताले खोले नहीं गए। पिछली ठंड में बहुत पहले ताले खोल दिए थे, लेकिन इस वर्ष अभी तक रैन बसेरों पर ताले लगे हुए हैं, इससे लोग इतनी ठंड में सड़कों पर सो रहे है, कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि कई बार तो सोते हुए पैसे भी चोरी हो जाते हंै।