Edited By vinod kumar, Updated: 25 Aug, 2020 06:49 PM
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस विधायकों की बैठक ली। बैठक में सर्वप्रथम हुड्डा ने सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस की कमान संभाले रखने पर सहमति जताने को लेकर...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस विधायकों की बैठक ली। बैठक में सर्वप्रथम हुड्डा ने सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस की कमान संभाले रखने पर सहमति जताने को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इसे विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया। प्रस्ताव रखते हुए हुड्डा ने कहा कि गांधी कांग्रेस की सर्वमान्य नेता हैं। उनके इस फैसले से कांग्रेसजनों में उत्साह है। इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने भी शिरकत की। इस मौके पर विधानसभा में उठाए जाने वाले जनहित के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से 3 नए कृषि अध्यादेशों पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लाया जाएगा। इन अध्यादेशों में संशोधन करके सुनिश्चित किया जाए कि सरकार किसान को स्वामीनाथन आयोग के सी2 फार्मूले के तहत एमएसपी देगी।
किसान की फसल का दाना-दाना एमएसपी पर खरीदा जाए। अगर कोई सरकारी या प्राइवेट एजेंसी एमएसपी से कम दाम पर फसल खरीदती है तो उसे दंडित करने का प्रावधान किया जाए। इसके अलावा प्रदेश में एक के बाद एक हो रहे घोटालों को लेकर भी सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
कांग्रेस की मांग है कि शराब घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज या किसी केंद्रीय एजेंसी से करवाई जाए। साथ ही रजिस्ट्री और शराब घोटाले पर चर्चा की मांग के लिए भी स्थगन प्रस्ताव लाया जाएगा। धान घोटाले पर चर्चा की मांग के लिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी लाने की तैयारी है। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि प्रदेश की लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी सरकार से जवाब मांगा जाएगा और कांग्रेस सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाएगी।
सरकार की किसान नीति से लेकर कोरोना नीति तक सब फेल
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसान, युवा, व्यापारी, कारोबारी, कर्मचारी, गरीब और मजदूर सबकी आवाज सदन में उठाएगी। कांग्रेस सदन से लेकर संसद तक इनकी लड़ाई लड़ेगी। आज प्रदेश का हर वर्ग इस सरकार से त्रस्त है। सरकार की किसान नीति से लेकर कोरोना नीति तक सब फेल है। लोगों को राहत व सुविधाएं देने की बजाए सरकार घोटाले करने में व्यस्त है।
सरकार किसानों को पूंजीपतियों के सहारे छोडऩा चाहती
आज किसानों को फसल का रेट, युवाओं को नौकरी और कर्मचारियों को वेतन तक नहीं मिल पा रहा है। 3 नए अध्यादेशों के जरिए एमएसपी और मंडी व्यवस्था को खत्म करने की कोशिश हो रही है। सरकार किसानों को पूंजीपतियों के सहारे छोडऩा चाहती है। एक-एक करके सभी प्राइवेट महकमों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है और रोजगार के सारे रास्ते बंद किए जा रहे हैं। यही वजह है कि हरियाणा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है। 1983 पीटीआई और ग्रुप-डी के 1518 कर्मचारियों का रोजग़ार छीनना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस पीटीआई के मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन में स्थगन प्रस्ताव लाएगी।
मुख्यमंत्री, स्पीकर की जल्द स्वस्थ होने की कामना की
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री, स्पीकर समेत कोरोना संक्रमित सभी लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन सरकार की कोरोना नीति पूरी तरह कन्फ्यूज है। क्योंकि जब कोरोना के चंद केस थे तो लॉकडाउन लगा दिया गया, जब हजारों केस हो गए तो अनलॉक कर दिया गया और अब फिर से वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया गया। एक तरफ सरकार दुकानों और बाजारों को बंद करवा रही है, दूसरी तरफ उसके नेता बरोदा में लोगों की भीड़ जमा करके उनके स्वास्थ्य को जोखिम में डाल रहे हैं।
बरोदा में कांग्रेस की ही जीत होगी
इसके साथ बरोदा उपचुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार बेशक कितने भी हथकंडे अपना ले, लेकिन बरोदा में कांग्रेस की ही जीत होगी। 6 साल पूरी तरह नजर अंदाज़ करने के बाद सरकार अब बरोदा में विकास का ड्रामा कर रही है लेकिन उसके ये प्रलोभन काम नहीं आने वाले। बरोदा की जनता को पता है कि बीजेपी की ये मेहरबानी महज 4 दिन की चांदनी है, उसके बाद बाकी हरियाणा की तरह उसे भी अपने हाल पर छोड़ दिया जाएगा। जींद का उदहारण पूरे हरियाणा के सामने है। हुड्डा ने कहा कि बरोदा की जनता स्वाभिमानी है और वो 6 साल के अपमान का बदला इस सरकार से ज़रूर लेगी।
आज प्रेदश का हर वो किसान जिसकी खेती खत्म करने के फैसले ये सरकार ले रही है, हर वो कर्मचारी जिसे वेतन और भत्ते नहीं मिल रहे, हर वो नौजवान जिसका रोजगार छीना जा रहा है, हर वो युवा जिसको रोजगार नहीं मिल रहा है, हर वो छोटा कारोबारी जिसके काम धंधे चौपट हो गए हैं, हर वो मजदूर जिसपर रोजी-रोटी का संकट मंडरा रहा है, आज हर हरियाणवी बरोदा की तरफ देख रहा है। सभी को उम्मीद है कि बरोदा की जनता इस सरकार को सबक दरूर सिखाएगी।