Edited By Shivam, Updated: 25 Jul, 2021 04:47 PM
पहलवानों की धरती के नाम से मशहूर हरियाणा की बेटियों ने एक बार फिर देश-प्रदेश के नाम का परचम पूरे विश्व में लहरा दिया है। दो दिनों में लगातार तीन गोल्ड मेडल हरियाणवी छोरियों ने देश को दिलाए हैं।
पानीपत (सचिन शर्मा): पहलवानों की धरती के नाम से मशहूर हरियाणा की बेटियों ने एक बार फिर देश-प्रदेश के नाम का परचम पूरे विश्व में लहरा दिया है। दो दिनों में लगातार तीन गोल्ड मेडल हरियाणवी छोरियों ने देश को दिलाए हैं।
जहां एक ओर जापान के टोक्यो में चल रहे ओलंपिक में तो भारतीय खिलाडिय़ों ने मेडल लाने की शुरुआत कर दी है, वहीं हंगरी के बुडापेस्ट में चल रही कैडेट वल्र्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल की बौछार करना शुरू कर दिया है। पहलवान बेटियों की इस उपलब्धि के बाद अब हर देशवासी सीना चौड़ा कर कह सकेगा- 'हरियाणवी छोरियों छोरों से कम हैं के'।
दरअसल, जींद की प्रिया और रोहतक की तनु के बाद अब पानीपत के पट्टी कल्याणा गांव की कोमल ने कैडेट वल्र्ड चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में अजरबैजान की पहलवान को 7-2 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। कोमल की इस कामयाबी के बाद परिवार में खुशी का माहौल है और एक दूसरे को मिठाईयां बांटकर बधाइयां दे रहे हैं। हालांकि कोमल अभी घर नहीं पहुंची है।
कोमल की मां ने बताया कि हम तो अपनी बेटी से घर में काम करवाना चाहते थे लेकिन उनकी बेटी आज घर में सोना ले आई। उन्होंने कहा कि जब साक्षी मलिक मेडल जीतकर लाई थी तब मेरी बेटी 13 साल की थी तब उसने देश के लिए गोल्ड मेडल लाने का निश्चय कर लिया था।
कोमल की मां ने बताया कि उनकी बेटी ने अभी शुरुआत है वह आगे और भी गोल्ड मेडल लाकर देश का नाम रोशन करेगी। वहीं उन्होंने बेटा और बेटी के भेद मिटाने के लिए कहा कि बेटियां बेटों से कम नहीं होती और ऐसी बेटी भगवान हर किसी को दे।
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