Edited By Updated: 05 Feb, 2017 04:25 PM
प्रदेश भर में धरनों पर बैठे जाटों के तेवर अब तल्ख होते जा रहे हैं। भिवानी के गांव धनाना में चल रहे जाटों के धरने पर पहुंचे युवाओं ने अब आंदोलन की बागडोर जहां अपने हाथों में...
भिवानी (अशोक भारद्वाज):प्रदेश भर में धरनों पर बैठे जाटों के तेवर अब तल्ख होते जा रहे हैं। भिवानी के गांव धनाना में चल रहे जाटों के धरने पर पहुंचे युवाओं ने अब आंदोलन की बागडोर जहां अपने हाथों में लेने के संकेत दिए तो दूसरी ओर जाट नेताओं ने प्रदेश सरकार पर जाटों की मांगों में हीलाहवाली करने के आरोप तक मढ़ दिए। उन्होंने कहा क सरकार जान -बूझकर उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। मगर यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो धरने भी हर गांव में फैलेंगे व दिल्ली तक को घेरा जाएगा। प्रदेश भर की जेलों को भी भरने का अल्टीमेटम जाट नेताओं ने दे डाला।
धरने के आठवें दिन भी आज भीड़ देखने को मिली। खासकर महिलाओं की भागीदारी भी ठीक ठाक दिखी। जाट नेता अजीत सिंह का कहना था कि सरकार जाटों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। हुड्डा व चौटाला के राज में जाटों की मांगों को पूरा किया जाता था। जब उनका ध्यान दिलवाया गया कि हुड्डा राज में ही आरक्षण को लेकर मामला जटका तो उनका कहना था कि आरक्षण को उस वक्त लागू करने में अगर कमी नहीं रहती तो ऐसी नौबत अब नहीं आती क्योंकि केन्द्र ने भी नौवीं अनुसूची में इस मामले को नहीं डाला था। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अंग्रेजों की सरकार से भी जुल्मी है।
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिला प्रधान होशियार सिंह व जाट नेता गंगारमा श्योराण ने भी प्रदेश सरकार को जमकर कोसा व कहा कि सरकार अगर नहीं जागी तो आंदोलन तेज होगा तो वहीं युवा सचित जताई ने कहा कि अगर युवाओं को जल्द से जल्द रिहा नहीं किया गया तो युवा आंदोलन की बागडोर अपने हाथों में लेने पर मजबूर होंगे। वहीं धरनास्थल पर पहुंची महिलाओं में से कुछ महिलाएं सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के वाली सरकार के आरोप लगाती दिखी व धरने के मुद्दों से ही भटकती दिखी।
बहरहाल जाट नेताओं ने ऐलान किया है कि अगर उनकी मांगें जल्द से जल्द पूरी नहीं हुई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे व युवाओं की रिहाई की मांग को लेकर प्रदेश की जेलों को भी भरेंगे। साथ ही दिल्ली को घेरने का अल्टीमेटम भी दे डाला। उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस फोर्स के जरिए उन पर दबाव बनाने की हिम्मत न करे वर्ना आंदोलन प्रत्येक गांव में फैलेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उधर दूसरी ओर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट है व राजमार्गों पर पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई हे। भिवानी-जींद-हिसार मार्ग स्थित तिगड़ाना मोड़ पर भी पुलिस एवं पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों की तैनाती की गई है।