Edited By Deepak Paul, Updated: 10 Jun, 2018 01:03 PM
आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी ताल ठोकने जा रही है व 2019 में प्रदेश के विभिन्न दलों को ‘आप’ से भी 2-2 हाथ करने होंगे। हरियाणा से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री व ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश मीडिया से...
अम्बाला: आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी ताल ठोकने जा रही है व 2019 में प्रदेश के विभिन्न दलों को ‘आप’ से भी 2-2 हाथ करने होंगे। हरियाणा से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री व ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश मीडिया से वीरवार को बेबाक बातचीत की। विधानसभा चुनाव-2019 में आम आदमी पार्टी क्या किसी क्षेत्रीय दल से गठबंधन करके लड़ेगी, के सवाल पर ‘आप’ संयोजक ने कहा कि उनका किसी के साथ गठबंधन नहीं होगा। केजरीवाल ने कहा कि वे हरियाणा में विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे।
उनके अनुसार उनके एजेंडे में स्वास्थ्य, शिक्षा व भोजन को प्राथमिकता देना है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के माध्यम से दिल्ली वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का प्रयास किया है। इसी तरह दिल्ली के सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करके बेहतर शिक्षा का प्रबंध किया है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूल देश के नामी-गिरामी पब्लिक स्कूलों की बराबरी कर रहे हैं। इसी प्रकार हरियाणा में भी कार्य करने की इच्छा है।
केजरीवाल को इस बात का मलाल है कि उनकी लोकतांत्रिक सरकार को स्वतंत्र तरीके से कार्य नहीं करने दिया जा रहा है। जनहित से जुड़ी योजनाओं की फाइल को पास करने में उप राज्यपाल अड़ंगा डाल रहे हैं। घर द्वार पर राशन पहुंचाने की योजना में अवरोध पैदा कर दिया गया है।
हरियाणा की राजनीति में जातिवाद हावी रहता है, उससे ‘आप’ कैसे पार पाएगी, के सवाल पर केजरीवाल का कहना था कि हमारी राजनीति विकास व जनहित की है, जातिवाद हमारे एजैंडे में नहीं है। दिल्ली के सी.एम. ने संकेत दिए कि जल्द ही हरियाणा में वे पदयात्राओं व नुक्कड़ सभाओं द्वारा प्रदेश की जनता के बीच जाएंगे।