Edited By Isha, Updated: 26 Dec, 2019 11:57 AM
अंत्योदय भवन व ई-दिशा पर आए आवेदन ऑनलाइन आवेदन का निपटारा करने में करनाल सबसे आगे है। यमुनानगर, रोहतक, अम्बाला, कुरुक्षेत्र सहित 7 जिलों की भी कोई फाइल
करनाल (मनोज): अंत्योदय भवन व ई-दिशा पर आए आवेदन ऑनलाइन आवेदन का निपटारा करने में करनाल सबसे आगे है। यमुनानगर, रोहतक, अम्बाला, कुरुक्षेत्र सहित 7 जिलों की भी कोई फाइल पैंडिंग नहीं मिली। 20 प्रतिशत पैंडेंसी के साथ सोनीपत सबसे फिसड्डी है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से जारी लिस्ट में 10 जिले ऐसे हैं जिनका रिकॉर्ड संतोषजनक नहीं पाया गया। इसमें सोनीपत 20 प्रतिशत पैंडेंसी के साथ सबसे टॉप में है। 19 प्रतिशत के साथ कैथल दूसरे नंबर पर है। इसके अलावा पानीपत, सिरसा, गुडग़ांव, फतेहाबाद, जींद हिसार व भिवानी ऐसे जिले हैं जिन्होंने समय पर फाइल का निपटारा नहीं किया।
विभाग ने सभी 22 जिलों की लिस्ट जारी की है। इनमें 5 जिलों में एक से 2 प्रतिशत फाइलें समय पर नहीं निपटाई गई। उच्च अधिकारियों ने 10 जिलों को अंत्योदय भवन व ई-दिशा केंद्र पर आई शिकायतें तय समय में निपटाने के निर्देश दिए हैं।
2017 में शुरू हुए थे ऑनलाइन आवेदन
समाज कल्याण विभाग के माध्यम से पैंशन के लिए वर्ष 2017 में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसके बाद से ही पैंशन के लिए आवेदन अंत्योदय, ई-दिशा व सी.एस.सी. के माध्यम से विभाग की वैबसाइट पर पहुंचते हैं। इसके बाद फाइल आगे बढ़ती है। आवेदक के मोबाइल पर हर स्टेज का मैसेज जाता है। इससे उसे जानकारी रहती है कि उसकी फाइल कहां तक पहुंची। फार्म यदि रिजैक्ट होता है तो भी मैसेज में इसका जिक्र होता है।
प्रदेश में पैंशन ले रहे लाभार्थी
वर्ग लाभार्थी
बुढ़ापा पैंशन 1680401
विधवा पैंशन 728223
दिव्यांग पैंशन 170223
निराश्रित 15449
लाडली 41096
कश्मीर से विस्थापित 9
दिव्यांग बच्चे 12,571
नोट : इसके अलावा दो और वर्गों को भी प्रदेश सरकार पैंशन दे रही है।