पायलट को उच्चपदों से हटाया जाना कांग्रेस की कब्र में आखिरी कील साबित होगा: कंवर पाल गुज्जर

Edited By Shivam, Updated: 15 Jul, 2020 07:32 PM

kanwar pal gujjar sachin pilot congress

जिस किसी भी युवा नेता ने कागे्रंस के केन्द्रीय नेतृत्व में बदलाव लाने की सिफारिश की है या कांग्रेस की अग्रिम पंक्ति में शामिल होने की कोशिश की है तो उस नेता को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया जाना गांधी खानदान के लिए बेहद जरूरी हो जाता है। यह कहना...

चंडीगढ़ (धरणी): जिस किसी भी युवा नेता ने कागे्रंस के केन्द्रीय नेतृत्व में बदलाव लाने की सिफारिश की है या कांग्रेस की अग्रिम पंक्ति में शामिल होने की कोशिश की है तो उस नेता को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया जाना गांधी खानदान के लिए बेहद जरूरी हो जाता है। यह कहना है हरियाणा के वरिष्ठ गुज्जर नेता व कृषि मंत्री कंवरपाल गुज्जर का।

गुज्जर ने कहा कि साल 2019 लोकसभा चुनावों में जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को भारी पराजय का मुंह देखना पड़ा, उस वक्त कांग्रेस में बदलाव की अटकलें शुरू हो गई थी और ज्योतिरादित्य सिंधिया व सचिन पायलट को कांग्रेस का खेवनहार मानते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का उम्मीदवार माना जा रहा था। महाराष्ट्र के नेता मिलिंद देवड़ा ने जब इन दोनों नामों की संतुति कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी के सम्मुख की थी, उसी दिन से इन दोनों वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी शुरू हो गई थी।

गुज्जर ने कहा कि कांग्रेस में ऐसे वरिष्ठ नेताओं की कमी नहीं है जो मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने में समर्थ हैं, लेकिन गांधी खानदान यह कभी देख नहीं सकता कि उनके रहते कांग्रेस की चौधर किसी और के हाथों में जाए। इसी के चलते आज हालात यह है कि कांग्रेस की लुटिया पूरी तरह से डूबती नजर आ रही है। 

हरियाणा के शिक्षा व पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि राजस्थान के अंदर सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाया जाना कांग्रेस की कब्र में आखिरी कील का काम करेगा, क्योंकि सरकार किसी एक जाति के आधार पर नहीं चलाई जा सकती, इसके लिए हर जाति को समान नजर से देखा जाना जरूरी होता है।

इसी के साथ ही सचिन पायलट अशोक गहलोत से बेहतर, अनुभवी और सुलझे हुए नेता हैं। जिनके बूते कांग्रेस को राजस्थान में भारी विजयी हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ था। ऐसे प्रतिभावान नेता को पार्टी के उच्चपद से निष्काषित किया जाना किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!