Edited By Isha, Updated: 24 Apr, 2020 10:54 AM
कोरोना के संकटकाल से निपटने के लिए रोजा रखने वाले रोजेदारों को हरियाणा सरकार ने एक जगह एकजुट नहीं होने के लिए कहा है। साथ ही क्वारंटीन में मौजूद तब्लीगी जमात के लोगों को भी क्वारंटीन में ही रोजा रखने की हिदायत
चंडीगढ़(धरणी)- कोरोना के संकटकाल से निपटने के लिए रोजा रखने वाले रोजेदारों को हरियाणा सरकार ने एक जगह एकजुट नहीं होने के लिए कहा है। साथ ही क्वारंटीन में मौजूद तब्लीगी जमात के लोगों को भी क्वारंटीन में ही रोजा रखने की हिदायत दी है। सरकार का मानना है कि मस्जिदों में एकत्रित होकर लॉकडाउन के नियमों को टूटने से बचने के लिए यह आवश्यक है। गृहमंत्री अनिल विज ने इस संदर्भ में सभी आला अधिकारियों को आदेश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने संबोधन में पहले ही कह चुके हैं कि रोजे के दौरान मुसलमान भाई अपने घर में से नमाज पढ़े तो अच्छा है। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि रमजान के महीने में मुस्लिम समाज के लोगों को रोजा रखने और नमाज अदा करने का पूरा हक है लेकिन कोरोना के कारण लॉकडाउन में जो जहां पर है वहीं पर नमाज अदा करेगा। विज ने कहा कि चाहें जमाती हो या फिर स्थानीय मुस्लिम समाज के लोग किसी को भी मस्जिद में नमाज अदा करने की छूट नहीं दी जाएगी। यदि कोई भी तब्लीगी जमाती अस्पताल में भर्ती है या फिर क्वारंटीन किया गया है तो वह वहीं पर रोजा रखकर नमाज अदा करे। 24 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो रहा है जो 25 मई तक चलेगा। इस दौरान मुस्लिम समाज रोजा रखने के साथ ही हर रोज नमाज भी अदा करता है।
कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में मरकज से लौटे करीब 1637 जातियों को क्वारंटीन किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या मेवात इलाके में है। प्रदेश के रेड जोन मेवात और पलवल में एक हजार से ज्यादा जमाती रखे गए हैं, ऐसे में इन पर नजर रखना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी क्वारंटीन किए गए जमातियों को रोजे के संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।