Edited By Rakhi Yadav, Updated: 27 Aug, 2018 07:40 AM
जींद विधानसभा क्षेत्र में अब उप चुनाव निश्चित है। इनैलो विधायक डा. हरिचंद मिड्ढा के निधन से जींद सीट खाली हो गई है। इस विधानसभा सीट पर पहली बार उप चुनाव करवाने की...
जींद(ब्यूरो): जींद विधानसभा क्षेत्र में अब उप चुनाव निश्चित है। इनैलो विधायक डा. हरिचंद मिड्ढा के निधन से जींद सीट खाली हो गई है। इस विधानसभा सीट पर पहली बार उप चुनाव करवाने की नौबत आने जा रही है। माना यह रहा है कि दिसम्बर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभाओं के चुनावों के साथ ही जींद विधानसभा सीट पर उप-चुनाव करवाया जाएगा। साल 2009 से हरियाणा विधानसभा में जींद का प्रतिनिधित्व इनैलो के डा. हरिचंद मिड्ढा कर रहे थे। उनका शनिवार रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में बीमारी से निधन हो गया। डा. मिड्ढा के निधन के साथ ही हरियाणा विधानसभा में जींद सीट खाली हो गई है।
हरियाणा विधानसभा के आम चुनावों में अभी एक साल से ज्यादा का वक्त है और कानून के अनुसार किसी भी विधानसभा या लोकसभा सीट को 6 महीने से ज्यादा समय तक खाली नहीं रखा जा सकता। अकेले अपने दम पर भाजपा ने जब भी जींद विधानसभा सीट पर जोर आजमाया तो उसके हाथ केवल असफलता ही लगी। गठबंधन की राजनीति में जींद विधानसभा सीट केवल साल 2000 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हिस्से आई थी और तब भाजपा ने लाला रामेश्वरदास गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया था।
इनैलो के बागी उम्मीदवार गुलशन भारद्वाज ने अपना नामांकन पत्र वापस लेने से मना कर दिया था और तब मुकाबला कांग्रेस और इनैलो के बागी उम्मीदवार के बीच हुआ था। इसमें बाजी कांग्रेस के मांगेराम गुप्ता ने मारी थी। 2014 में एक बार फिर भाजपा ने अकेले दम जींद सीट पर चुनाव लड़ा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की आंधी में भी वह जींद सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी। इस चुनाव में इनैलो के डा. हरिचंद मिड्ढा ने भाजपा के सुरेंद्र बरवाला को पराजित किया था।