Edited By vinod kumar, Updated: 06 Dec, 2020 05:25 PM
कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए सिंधु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर काफी संख्या में आए पंजाब व हरियाणा के किसान जहां अपनी मांगों को मनवाने के लिए अडिग हैं, वहीं इनकी मदद के लिए भी अब क्षेत्र की खाप-पंचायतें आगे आ रही है।
झज्जर (प्रवीण): कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए सिंधु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर काफी संख्या में आए पंजाब व हरियाणा के किसान जहां अपनी मांगों को मनवाने के लिए अडिग हैं, वहीं इनकी मदद के लिए भी अब क्षेत्र की खाप-पंचायतें आगे आ रही है। खाप-पंचायतें न सिर्फ ढोल-नगाड़ों के साथ इन किसानों के धरनास्थल पर पहुंच कर इन किसानों की मांगों को समर्थन कर रही हैं, वहीं इनके खाने-पीने व अन्य सुविधाओं को भी पूरा-पूरा खयाल रख रही है।
इसी कड़ी में अब झज्जर जिले की प्रमुख जाखड़ खाप ने मदद का हाथ बढ़ाते हुए आंदोलरत किसानों को हर जरूरती चीजों को उपलब्ध कराने का ध्यान रख रही है। पिछले कई रोज से इस दिशा में काम करते हुए जाखड़ खाप के लोगों ने आपसी भाईचारा व सदभाव का परिचय देते हुए गाड़ियों में आंदोलनरत किसानों के लिए फल, सब्जी, दूध व लस्सी का इंतजाम किया है।
जाखड़ खाप के लोगों का कहना है कि उनकी तरफ से यह सिलसिला निरन्तर जारी रहेगा। उनका यह भी कहना है कि बेशक चाहे केन्द्र सरकार कृषि कानूनों के मामले में किसानों के साथ कोई सहानुभूति नहीं निभा रही है,लेकिन वह निरन्तर अपने किसान भाईयों के लिए इस प्रकार की मदद पहुंचाते रहेंगे।