Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 15 Jun, 2018 12:36 PM
टोहाना सीआईए इंचार्ज अर्जुन अवार्डी और कॉमनवेल्थ पदक विजेता बॉक्सर इंस्पेक्टर जयभगवान पर हिसार में एक महिला अधिकारी की सरकारी डयूटी में बाधा पहुंचाने व मारपीट करने के मामले में केस दर्ज हुआ है। इस मामले में इंस्पेक्टर जयभगवान के भाई मंजीत और 10-15...
हिसार (विनोद सैनी): टोहाना सीआईए इंचार्ज अर्जुन अवार्डी और कॉमनवेल्थ पदक विजेता बॉक्सर इंस्पेक्टर जयभगवान पर हिसार में एक महिला अधिकारी की सरकारी डयूटी में बाधा पहुंचाने व मारपीट करने के मामले में केस दर्ज हुआ है। इस मामले में इंस्पेक्टर जयभगवान के भाई मंजीत और 10-15 अन्य के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं। सदर पुलिस ने धारा 147, 149, 353, 186, 342 आईपीसी के तहत मामले की तफ्तीश कर रही है। वहीं, दूसरी और इंस्पेक्टर जयभगवान की मां बीरमति ने महिला अधिकारी नीलम वत्स तथा उसके पति एडवोकेट नारायणदास पर गाली गलौच करने, अपशब्द बोलने, जान से मारने की धमकी का केस दर्ज कराया है। इक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स के खिलाफ धारा 166, 109, 294, 506, 34 आईपीसी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है। सदर पुलिस ने दोनों पक्षों में क्रोस केस दर्ज करके मामले की छानबीन शुरु कर दी है।
सदर थाना प्रभारी बिजेंद्र ने बताया कि हिसार सदर थाना में यह केस एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स की शिकायत पर दर्ज किया गया है। मामले के अनुसार कैमरी रोड स्थित लक्ष्मी विहार में गत 19 मई को शराब के ठेके के विरोध में हंगामा हुआ था। कॉलानीवासियों ने क्षेत्र में खुले ठेके को बंद करवाने को लेकर बैठक की थी। ठेकेदार के बुलाने पर इक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स अपने पति के साथ वहां पर पहुंची थी। आरोप है कि एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स सहित उनके ड्राइवर को लोगों ने बंधक बनाकर सरकारी डयूटी में बाधा पहुंचाई। नीलम वत्स ने उच्चाधिकारियों को फोन किया तो थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि इंस्पेक्टर जयभगवान व उसके भाई ने उसके साथ हाथापाई की। ड्राइवर को भी गाड़ी नहीं ले जाने दी। वह करीब एक घंटा गाड़ी में ही बंधक बनी रही। उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को सूचित किया तो बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उनको मुक्त करवाया।
सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में बीरमति ने कहा है कि लक्ष्मी विहार में एक मकान में शराब का ठेका खुला हुआ है। यह ठेका हटवाने की मांग को लेकर गत 14 मई को डीसी से क्षेत्रवासियों का प्रतिनिधिमंडल मिला था। उसके बाद डीटीसी ने 15 मई को एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स को मौके पर भेजने की बात कही लेकिन 15 मई को इंतजार करने के बाद भी एक्साइज इंस्पेक्टर मौके पर नहीं पहुंची। 17 मई को एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स ठेके पर पहुंची और क्षेत्रवासियों से बात करने की बजाए ठेकेदार से बातचीत करके चली गई। इस मुद्दे को लेकर क्षेत्रवासियों ने 19 मई की रात को बैठक की। जिसमें टोहाना सीआईए इंचार्ज जयभगवान भी मौजूद थे। बैठक में शराब ठेका हटाने की मांग उठी। उस दौरान शराब ठेकेदार भी वहां पर पहुंच गया। बैठक के दौरान ठेकेदार ने फोन करके एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स को मौके पर बुलाया। इस दौरान उनके पति एडवोकेट नारायण दत्त वत्स भी सरकारी गाड़ी में उनके साथ आ गए। बीरमति का आरोप है कि उस समय नारायण दत्त वत्स नशे में था और नशे की हालत में इंस्पेक्टर जयभगवान को धमकाना शुरू कर दिया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। माहौल बिगड़ता देख ठेकेदार वहां से चला गया।