Edited By Deepak Paul, Updated: 14 Jun, 2018 12:12 PM
खेल विभाग के नए-नए फरमानों से किरकिरी झेल रही खट्टर सरकार के निशाने पर सबसे पहले निदेशक जगदीप सिंह आ गए। सरकार ने एक आदेश में जगदीप सिंह की खेल विभाग से छुट्टी कर दी । सूत्रों की मानें तो लंबे समय से विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका और जगदीप के बीच...
चंडीगढ़(पांडेय): खेल विभाग के नए-नए फरमानों से किरकिरी झेल रही खट्टर सरकार के निशाने पर सबसे पहले निदेशक जगदीप सिंह आ गए। सरकार ने एक आदेश में जगदीप सिंह की खेल विभाग से छुट्टी कर दी । सूत्रों की मानें तो लंबे समय से विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका और जगदीप के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था।
बताया गया कि पिछले दिनों खेमका की ओर से जारी किए गए आदेश के बाद दोनों अफसरों में सियासत तेज हो गई थी। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस आदेश से बेहद नाराज थे लेकिन इसका ठीकरा खेमका की बजाय जगदीप के सिर फूट गया। वहीं, खेल मंत्री अनिल विज ने निदेशक जगदीप सिंह के तबादले को रुटीन बताया है। विज ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष तो कुछ भी बोल सकता है, उनके ऊपर कोई लगाम तो है नहीं, उनको कोई रोकने और टोकने वाला भी नहीं है। विज ने विपक्ष से सवाल किया कि क्या ट्रांसफर उनके राज में नहीं हुआ करती थी। ट्रांसफर होना कोई बड़ी बात नहीं है।