Edited By Shivam, Updated: 11 May, 2020 02:46 PM
मानेसर के सेक्टर वन में कोरोना पॉजिटिव मिलने से खौफ का माहौल पैदा हो गया है। हैरानी की बात यह है कि कोरोना पॉजिटिव लड़का जिस पीजी में रह रहा था, उस पीजी में परचून की दुकान के मालिक के यहां काम करने वाले लगभग 18 मजदूर और भी इसके संपर्क में आए हैं।
मानेसर (राजेश भारद्वाज): मानेसर के सेक्टर वन में कोरोना पॉजिटिव मिलने से खौफ का माहौल पैदा हो गया है। हैरानी की बात यह है कि कोरोना पॉजिटिव लड़का जिस पीजी में रह रहा था, उस पीजी में परचून की दुकान के मालिक के यहां काम करने वाले लगभग 18 मजदूर और भी इसके संपर्क में आए हैं।
बताया जा रहा है कि पीजी व दुकान की बदनामी के डर से दबाव बनाया गया कि इसका खुलासा ना किया जाए और मरीज को पीजी से निकालकर ऐसी इमारत में भेज दिया गया जोकि निर्माणाधीन है, जहां बिजली, पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। सोसायटी प्रधान सुनील पंवार ने बताया कि उन्होंने इस मरीज का पता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उसकी कंपनी तक जाकर पॉजिटिव का पता निकाल लिया। रविवार देर रात पिछले तीन दिन से सेक्टर वन में रह रहे कोरोना पॉजिटिव पांडे को उपचार के लिए एंबुलेंस से गुडग़ांव में भेजा गया।
सवाल यह उठाए जा रहे हैं कि इस तरह हरकत क्यों की गई, जबकि पता रहते भी तीन दिन से इस कोरोना पॉजिटिव को उपचार के लिए नहीं भेजा गया बल्कि मानेसर में ही अपनी बदनामी को छुपाने के डर से रखा गया। कमल सोसायटी व आसपास के लोगों में भय का माहौल है।
बताया जा रहा है कि पॉजिटिव लड़का सेक्टर में परचून की दुकान पर आवाजाही करता था। दुकान में काम करने वाले लड़के भी इसके साथ पीजी में रहते हैं। लोगों को डर ये सता रहा है कि काफी हद तक परचून सामान की खरीददारी करते हुए यही सब लड़के ग्राहकों के सम्पर्क में आते रहे। सुनील पंवार के अनुसार कोरोना पॉजिटिव ने अपने सम्पर्क में आए 18 लड़कों के नाम बताए हैं।