Edited By Shivam, Updated: 27 May, 2019 02:15 PM
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद जिला वन अधिकारी और खनन विभाग की मिलीभगत के चलते पत्थर चोरी का काम बदस्तूर जारी है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का, उन्होंने बताया कि वे रविवार...
फरीदाबाद (अनिल राठी): सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद जिला वन अधिकारी और खनन विभाग की मिलीभगत के चलते पत्थर चोरी का काम बदस्तूर जारी है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का, उन्होंने बताया कि वे रविवार को भी अरावली पर गए, जहां कोट से मांगर जाने वाली सड़क के किनारे देखा कि कुछ जगहों पर पत्थर एकत्रित किए गए हैं और उन पत्थरों को झाडिय़ों से ढंका गया है।
अरावली पर्वत पर एलएन पराशर ने जाकर एक वीडियो बनवाया, जिसमें साफ तौर पर अरावली पर्वत से पत्थरों की चोरी देखी जा सकती है। इसके अलावा यहां पर पेड़ों को भी काटा जा रहा है जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ना तो यहां पर खनन किया जा सकता है और ना ही पेड़ काटे जा सकते हैं। उसके बावजूद भी विभागों की मिलीभगत के चलते यह सारा खेल खनन माफिया द्वारा चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बिना नंबर प्लेट के डम्परों में इन पत्थरों को भर कर ले जाया जाता है। पराशर का कहना है कि लगातार 1 साल से वह अरावली को लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन सरकारी अधिकारी कोई भी कार्यवाही करने को तैयार नहीं है और लगातार अरावली का चीरहरण हो रहा है।