Edited By Rakhi Yadav, Updated: 28 May, 2018 09:57 AM
सांसद अम्बाला रत्न लाल कटारिया का कहना है कि एच.एम.टी. में जो हमारी ट्रैक्टर की यूनिट बंद हुई है, मेक इन इंडिया के तहत यहां की 600 एकड़ से अधिक भूमि का इस्तेमाल रेल कोच फैक्टरी लगा या मिलिट्री के लिए ऑर्डिनेंस की फैक्टरी....
चंडीगढ़(धरणी): सांसद अम्बाला रत्न लाल कटारिया का कहना है कि एच.एम.टी. में जो हमारी ट्रैक्टर की यूनिट बंद हुई है, मेक इन इंडिया के तहत यहां की 600 एकड़ से अधिक भूमि का इस्तेमाल रेल कोच फैक्टरी लगा या मिलिट्री के लिए ऑर्डिनेंस की फैक्टरी लगा की जा सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री को सुझाव भी दिए हैं, अगर सरकार मैरिट पर अम्बाला की तरफ ध्यान दें तो यह गुरुग्राम को भी पछाड़ा सकता है।
अगर अम्बाला को ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाए तो ट्रांसपोर्ट हब 2 शहरों को बनाकर बनेगा, एक लाख करोड़ की इन्वैस्टमैंट होगी, दिल्ली भारी प्रदूषण के चलते पूर्णतया जहरीली हो चुकी है, वहां एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा किसी भी जगह पर पैर रखने की जगह तक नहीं है।
दिल्ली से 200 किलोमीटर अम्बाला जो हरियाणा,पंजाब, हिमाचल का केंदीय बिंदु है। यहां एक लॉजिस्टिक हब, ट्रांसपोर्ट हब व इंड्रस्टियल हब बनना चाहिए, जिसके लिए उनके प्रयास जारी हैं। कटारिया ने इनैलो-बसपा गठबंधन को पूर्णतया जातिवाद पर आधारित बताया।
अम्बाला-जगाधरी -चंडीगढ़ बनने वाली रेल लाइन पर कटारिया का कहना है कि यह कार्य इस सहमति पर पहुंचा था कि 50 प्रतिशत हरियाणा व 50 प्रतिशत केंद्र खर्च करेगा, पिछले बजट में रेल मंत्री ने 25 करोड़ रुपए इसके खर्चे के लिए रखा भी था। अब इसमें गतिरोध आ गया है।
नीति आयोग यह कहता है कि जमीन की सारी कीमत हरियाणा वहन करे। मैंने भी इस बारे मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। सी.एम. साहिब का यह कहना है की हरियाणा छोटी स्टेट है व आय के सीमित संसाधन हैं, सीमित साधनों में इतना पैसा खर्च करना संभव नहीं है। सी.एम. सॉफ्ट कॉर्नर अपना इस प्रोजैक्ट को जल्द हरी झंडी देंगे यही आशा है।