Edited By Shivam, Updated: 16 Sep, 2021 05:17 PM
जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कृषि कानूनों के समाधान के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की मांग पर कहा कि इस्तीफा देना कृषि कानूनों का समाधान नहीं है, अगर इस्तीफा समाधान होता तो जजपा के 10 विधायकों के इस्तीफे उनकी जेब में हैं...
पानीपत (सचिन/अनिल): जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कृषि कानूनों के समाधान के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की मांग पर कहा कि इस्तीफा देना कृषि कानूनों का समाधान नहीं है, अगर इस्तीफा समाधान होता तो जजपा के 10 विधायकों के इस्तीफे उनकी जेब में हैं आएं और ले जाएं। उन्होंने अभय चौटाला का उदाहरण देते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला के चाचा ने भी इस्तीफा दिया था लेकिन कोई समाधान नहीं और जो मेंबरी थी वो भी चली गई। अजय चौटाला आज कार्यकर्ताओं के साथ पानीपत के आर्य पीजी कॉलेज में बैठक कर रहे थे।
बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए अजय चौटाला ने कहा कि कृषि कानून प्रदेश सरकार ने नहीं बल्कि केंद्र की सरकार ने बनाए हैं, अगर किसानों को इस्तीफा मांगना है तो सांसदों और केन्द्रीय मंत्रियों से मांगें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सभी वर्गों को इसकी मार झेलनी पड़ी है। व्यापारी से लेकर मजदूर तक सबको मंदी की मार झेलनी पड़ी, लेकिन किसान वर्ग सबसे ज्यादा फायदे में रहा।
अजय चौटाला ने कहा कि अगर दुष्यंत के इस्तीफे से कोई समाधान होता है तो दुष्यंत ही नहीं बल्कि उनकी जेब में 10 के 10 विधायकों के इस्तीफे हैं, वह देने को तैयार हैं अगर कोई समाधान हो तो वह इस्तीफे जरूर देंगे। वहीं एमएसपी के सवाल पर अजय चौटाला ने कहा कि बाजरे की फसल जिसे गधे भी नहीं खाते थे उसके भाव 2150 कर दिए गए हैं। वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार जननायक चौधरी देवी लाल के 108वें जन्मोत्सव पर मेवात में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। दिल्ली-मुंबई मेगा हाईवे पर चौधरी साहब की अब तक की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
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