Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 02 Jun, 2018 12:27 PM
मौसम के अचानक मिजाज बदलने से जहां लोगों ने गर्मी से कुछ घंटों के लिए राहत ली, वहीं तेज आंधी अौर तूफान कुछ लोगों के लिए मुसीबत लेकर आया। शहर में कई जगह सड़कों के बीचो-बीच पेड़ गिर गए तो कहीं निजी अस्पताल की दीवार गिरने के कारण उसके नीचे दर्जनों बाईक...
करनाल(विकास मेहला): मौसम के अचानक मिजाज बदलने से जहां लोगों ने गर्मी से कुछ घंटों के लिए राहत ली, वहीं तेज आंधी अौर तूफान कुछ लोगों के लिए मुसीबत लेकर आया। शहर में कई जगह सड़कों के बीचो-बीच पेड़ गिर गए तो कहीं निजी अस्पताल की दीवार गिरने के कारण उसके नीचे दर्जनों बाईक दब गई। इन सब घटनाओं के बीच तूफान और तेज आंधी से जिला सचिवालय के सामने पिछले 61 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे दिव्यांगों का टेंट उनके ऊपर गिर गया। आस-पास के लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया। कुछ दिव्यांगों को मामूली चोटें भी आई हैं। दिव्यांगों का कहना था कि वे अब खुले आसमान के नीचे अपना धरना जारी रखेंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले 61 दिनों से प्रदेश भर के दिव्यांगों ने जिला सचिवालय के सामने धरणा दिया हुआ है। धरणे पर बैठे दिव्यांग कई बार सड़कों पर उतर कर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही। खुले असमान के नीचे बैठे दिव्यांगों ने कहा कि सरकार विकलांग एक्ट लागू करे, विकलांग आयोग बनाए और हमें बीपीएल सूची में शामिल करें। सरकार जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं करेगी हमारा धरना जारी रहेगा।