Edited By Shivam, Updated: 09 Jul, 2020 08:55 PM
न तो चुनाव आयोग ने अभी तक बरोदा उपचुनाव की तारीख की घोषणा की है और न ही किसी राजनैतिक दल ने अपने प्रत्याशी का नाम सामने रखा है। इसके बावजूद भी नेताओं ने चुनाव को लेकर अभी से ही जुबानी जंग शुरू कर दी है। चार दिन पहले पांच जुलाई को गोहाना पहुंचे पूर्व...
गोहाना (सुनील जिंदल): न तो चुनाव आयोग ने अभी तक बरोदा उपचुनाव की तारीख की घोषणा की है और न ही किसी राजनैतिक दल ने अपने प्रत्याशी का नाम सामने रखा है। इसके बावजूद भी नेताओं ने चुनाव को लेकर अभी से ही जुबानी जंग शुरू कर दी है। चार दिन पहले पांच जुलाई को गोहाना पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री खट्टर के बरोदा में दिए बयान को गैर जिम्मेदराना करार दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर बरोदा की जनता सरकार में हिस्सेदारी चाहती है तो बीजेपी को वोट दे।
इस पर हुड्डा ने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठकर मुख्यमंत्री को ऐसी हल्की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्हें हिस्सेदारी का प्रलोभन देने के बजाय बरोदा की जनता को आश्वासन देना चाहिए था कि वो यहां का विकास करवाएंगे, क्योंकि वो बरोदा समेत पूरे हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही चुनाव का ऐलान होगा वैसे ही राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा यहां आ जाएंगे और वोटों की गिनती तक यहां रहेंगे।
गौरतलब है कि बरोदा हलके से पिछले तीन चुनाव कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार श्रीकृष्ण हुड्डा ने जीते। उनका तीन महीने पहले 12 अप्रैल को स्वर्गवास हो गया। उनके निधन के बाद यहां सीट रिक्त हुई है और इस सीट पर अब उपचुनाव होना है।
हुड्डा ने कहा कि 6 साल राज करने के बाद भी मुख्यमंत्री के पास बरोदा में गिनवाने के लिए एक भी काम नहीं है। जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान बरोदा में बिजली, पानी, रोजगार, सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य, सिंचाई, कृषि और व्यापार हर क्षेत्र में जमकर विकास हुआ। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर ने भी यहां अपनी जीत का दावा करते हुए कहा है कि उपचुनाव में तो उनकी जीत निश्चित है।
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