Edited By Isha, Updated: 29 Mar, 2022 09:05 AM
कैथल के जवाहर पार्क स्थित बाबा शाह कमाल दयाल की दरगाह हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल है। इस दरगाह पर पूजा-अर्चना करने के लिए हर धर्म के लोग पहुंचते हैं
कैथल: कैथल के जवाहर पार्क स्थित बाबा शाह कमाल दयाल की दरगाह हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल है। इस दरगाह पर पूजा-अर्चना करने के लिए हर धर्म के लोग पहुंचते हैं। हिंदू समाज के लोग पूजा करते हैं तो मुस्लिम शीश नवाते हैं। इस दरगाह की खास बात यह है कि इस दरगाह के पुजारी हिंदू हैं।
दरगाह पर सोमवार से तीन दिवसीय वार्षिक उर्स मेले की शुरूआत होगी। कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध कव्वाल जनाब असलम साबरी बाबा का गुणगान करने के लिए पहुंचेंगे। दरगाह के गद्दीनशीन बाबा राजनीश शाह ने बताया कि बाबा शाह कमाल दयाल की दरगाह 400 साल से अधिक पुरानी है। यहां पर चादर चढ़ाने की रस्म के तहत पहली चादर बाबा शीतलपुरी डेरे से आती है। यह चादर चढ़ने के बाद ही मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं की तरफ से चादर चढ़ाने की रस्म अदा की जाती है।
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