Edited By Isha, Updated: 02 Apr, 2020 10:59 AM
प्रदेश में लॉक डाउन का सबसे बड़ा असर पावर सैक्टर पर पड़ा है। इससे जहां प्रदेश में बिजली की मांग घटी है वहीं हरियाणा सरकार ने प्रदेश में पानीपत....
फरीदाबाद (सुधीर राघव) : प्रदेश में लॉक डाउन का सबसे बड़ा असर पावर सैक्टर पर पड़ा है। इससे जहां प्रदेश में बिजली की मांग घटी है वहीं हरियाणा सरकार ने प्रदेश में पानीपत समेत बिजली उत्पादन करने वाली कई इकाईयों को बंद कर दिया है। औद्योगिक इकाईयों के बंद होने से हरियाणा सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
फरीदाबाद में लॉक डाउन के चलते 22 मार्च से शहर में बिजली की मांग घटकर आधी ही रह गई है। इससे हरियाणा बिजली वितरण निगम को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आम दिनों में फरीदाबाद शहर में छोटी बड़ी करीब 28 हजार औद्योगिक इकाईयों के संचालन की वजह से प्रतिदिन 120.01 मैगावाट की बिजली खपत होती थी। जो 1 अप्रेल को घटकर केवल 51.18 मैगावाट ही रह गई है। जो 50 पर्सेंट से भी कम है, आंकडों के हिसाब से पिछले 21 मार्च को 117.01 मैगावाट बिजली की खपत हुई थी।
लॉक डाउन का सबसे बड़ा असर शहर की बिजली आपूर्ति पर ही पड़ा है। वहीं विद्युत प्रसारण निगम हिसार के पास भी बिजली की मांग घट गई है। जिसके चलते हिसार समेत बिजली उत्पादित शहरों में कई प्लांट बंद हो गए है।
इम्प्रूवमेंट के सभी कार्य बंद
बिजली वितरण निगम ने लॉक डाउन के चलते शहर में चल रहे सब स्टेशन निर्माण समेत सभी इम्प्रूमेंट के कार्य बंद कर दिए हैं। फिलहाल केवल वही कार्य किए जा रहे हैं जहां इमरजेंसी है और बिजली लाइनों पर आने वाले ब्रेक डाउन आदि के कार्य ही किए जाते हैं।