‘उड़ता हरियाणा’ 6 साल में नशे से 448 मौतें, नसों में जहर घोल रहा चिट्टा

Edited By Deepak Paul, Updated: 04 Jul, 2018 10:48 AM

has reported 448 deaths in drunkenness in six years

हर साल प्रदेश में सरकारी रिकॉर्ड में ही नशे से 80 से अधिक लोग काल के मुंह में समा रहे हैं। चिट्टे और स्मैक का नशा पंजाब ही नहीं, बल्कि इसके साथ लगते हरियाणा के इलाकों में नौजवानों की नसों में जहर घोल रहा है। पंजाब में नौजवानों के नशे के दलदल में...

सिरसा(नवदीप): हर साल प्रदेश में सरकारी रिकॉर्ड में ही नशे से 80 से अधिक लोग काल के मुंह में समा रहे हैं। चिट्टे और स्मैक का नशा पंजाब ही नहीं, बल्कि इसके साथ लगते हरियाणा के इलाकों में नौजवानों की नसों में जहर घोल रहा है। पंजाब में नौजवानों के नशे के दलदल में धंसने पर बॉलीवुड मूवी बनी, पर नशे के आंकड़े हरियाणा के लिहाज से भी रुलाने वाले हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार ही 2010 से लेकर 2015 में नशे की वजह से 448, जबकि पंजाब में 413 लोगों की मौत हो चुकी है।

अभी हाल में आई एक रिपोर्ट के अनुसार ही हरियाणा में साढ़े 4 लाख से अधिक लोग नशे की जकड़ में हैं। कोढ़ में खाज यह है कि नशे पर अंकुश लगाने के लिए महज 8 ही सरकारी नशा मुक्ति केंद्र हैं और इनमें भी पर्याप्त सुविधाएं व संसाधन नहीं हैं। पंजाब व हरियाणा में सरकारी आंकड़ों के अनुसार ही 7 साल में 1100 लोगों की नशे की ओवरडोज से मौत हो चुकी है। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के अनुसार ही साल 2010 से लेकर 2015 तक हरियाणा में 448, जबकि पंजाब में 413 लोग काल के मुंह में समा चुके हैं। 

खास बात यह है कि नशे से होने वाली मौतों का यह केवल सरकारी आंकड़ा है। नशे से होने वाली मौत के 70 प्रतिशत से अधिक मामले पुलिस के पास नहीं पहुंचते हैं। बिना पुलिस को सूचना किए ही संस्कार कर दिया जाता है। ऐसे में नशों से होने वाली मौत का असली आंकड़ा भयावह है। हरियाणा में साल 2016 में ही पुलिस ने मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 2032 केस दर्ज किए। एक साल में ही पुलिस ने 416.086 किलोग्राम हैरोइन यानी चिट्टा बरामद किया। 137.873 किलोग्राम अफीम, 2490 किलोग्राम गांजा, 288.354 किलोग्राम चरस बरामद की। कुल मिलाकर एक बरस में 71 हजार 568 किलोग्राम, जबकि 3064 लीटर विभिन्न प्रकार का नशा बरामद किया। 

पंजाब के साथ सटे सिरसा एवं फतेहाबाद जिले नशे से सबसे अधिक प्रभावित हैं। यही वजह है कि यहां की न्यायपालिका ने भी नशे के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। सिरसा के जिला एवं सैशन जज रामनिवास कहते हैं कि सिरसा नशे से बुरी तरह प्रभावित है। इसलिए सामाजिक संस्थाओं एवं चिकित्सकों संग मिलकर हमने इसके खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। 

अभी करीब सवा 2 माह पहले ही सिरसा में प्रवर पुलिस अधीक्षक का पद ग्रहण करने वाले हामिद अख्तर ने नशे के खिलाफ आप्रेशन ‘प्रबल प्रहार’ शुरू किया है। सवा 2 माह में ही पुलिस ने मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 90 केस दर्ज कर 139 लोगों को काबू किया है। इस अवधि में 2 किलो 175 ग्राम हैरोइन, 9 किलो 650 ग्राम अफीम, 1251 किलोग्राम चूरापोस्त, 20 किलो 160 ग्राम गांजा व 59 ग्राम स्मैक बरामद की है।

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