Edited By Updated: 02 Mar, 2017 09:08 PM
हरियाणा यूपी सीमा पर खनन विवाद को लेकर आज हरियाणा की तरफ से एक बड़ी कार्रवाई की गई। यमुनानगर जिला प्रशसन नेबेलगढ़ यमुना नदी में लगातार हो रहे खनन को लेकर...
यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय):हरियाणा यूपी सीमा पर खनन विवाद को लेकर आज हरियाणा की तरफ से एक बड़ी कार्रवाई की गई। यमुनानगर जिला प्रशसन नेबेलगढ़ यमुना नदी में लगातार हो रहे खनन को लेकर आज हरियाणा प्रशासन की ओर से पैमाइश की गई। पैमाइश राजस्व विभाग के कानून गो व उनके चार पटवारियों की टीम द्वारा की गई। पैमाइश के बाद यमुना नदी में बेलगढ़ का एरिया काफी दूर तक निकला। यूपी सीमा विवाद को सुलझाने को लेकर सभी की मौजुदगी में पिल्लर लगाया गया। अब उम्मीद है कि दोनों प्रदेशों के लोगों में खनन को लेकर अब विवाद सुलझ जाएगा।
बेलगढ़ यमुना नदी में यूपी प्रशासन आए दिन हरियाणा सीमा में प्रवेश कर वहा कायदे से खनन कर रहे लोगों को परेशान करता है। कई बार तो उनकी जेसीबी व ट्रैक्टरों को अपने कब्जे में ले लेता है। विवाद गहराने के बाद यूपी प्रशासन बैरंग लौट जाता है। बता दें कि दो दिन पूर्व भी यूपी प्रशासन पैमाइश करता हुआ हरियाणा के अंदर तक घुस आया था। जिस पर हरियाणा के किसानों ने एतराज जताया था। पूर्व विधायक अर्जुन सिंह ने बताया कि अक्सर उतर प्रदेश की तरफ से आने वाले लोग खनन करते थे। रात भर जेसीबी चलती थी और धक्का मारी करते है। अब इस निशानदेही से उनके यहाँ आने का सवाल ही नहीं। पहले भी उन्होंने हरियाणा की सीमा में खनन कर उजाड़ा। अब इस पैमाइश से बार-बार खनन को लेकर होने वाला सीमा विवाद सुलझ जाएगा।
हरियाणा यूपी सीमा पर हो रही पैमाइश पर कानूगो सतीश गोयल ने बताया कि दो दिन पहले हरियाणा और यूपी के अधिकारियों की मीटिंग हुई थी और हर बार होने वाले विवाद को लेकर आज यहां झंडे लगाकर और माइनिंग से लेकर गांव वालो और बाकी सब की मौजूदगी में ये पैमाइश की गई है। इस काम में दस झंडे व चार पटवारियों की मदद ली गई। आज पैमाइश के बाद शत-प्रतिशत सीमा विवाद सुलझ जाएगा। जिसका मकसद यूपी व हरियाणा के लोगों के बीच में भाईचारा कायम करना है। हम आपको बता दें कि पहली बार इस जगह पर इतनी लंबी पैमाइश की गई है और बेल गढ़ हरियाणा यूपी की सीमा पर है। अक्सर उत्तर प्रदेश के लोग यहां से खनन कर अपनी सीमा में भाग जाते थे और जब पुलिस यहां पहुंचती थी तो वो उत्तरप्रदेश की सीमा में होते थे। अंदर तक खनन माफिया कोई निशान देहि न होने की वजह से यहां खनन करता था। अब देखना होगा कि हरियाणा और यमुनानगर प्रशासन की इस पैमाइश से अवैध खनन पर कितनी लगाम लग पाएगी।