Edited By Shivam, Updated: 05 Apr, 2020 04:55 PM
कोरोना वायरस से संभावित अथवा प्रभावित मरीज की जांच के लिए सैंपल लेने में अब चिकित्सक अथवा मेडिकल स्टाफ किसी प्रकार का भय एवं हिचकचाहट नहीं महसूस करेगा। इसके लिए जींद के शासकीय अस्पताल के सर्जन डॉक्टर चंद्रमोहन शर्मा ने उत्कृष्ट पहल करते हुए दक्षिण...
जींद (विजेंदर): कोरोना वायरस से संभावित अथवा प्रभावित मरीज की जांच के लिए सैंपल लेने में अब चिकित्सक अथवा मेडिकल स्टाफ किसी प्रकार का भय एवं हिचकचाहट नहीं महसूस करेगा। इसके लिए जींद के शासकीय अस्पताल के सर्जन डॉक्टर चंद्रमोहन शर्मा ने उत्कृष्ट पहल करते हुए दक्षिण कोरिया के मॉडल के आधार पर प्रदेश का पहला 'कोरोना सैंपल बूथ' मुख्यालय के शासकीय अस्पताल में बनाया है। इसकी लागत भी स्वयं वहन करते हुए इसे आमजन के लिए दान में दे दिया है। इससे कोरोना वायरस पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
अस्पताल के कार्यवाहक पीएमओ डॉक्टर गोपाल गोयल ने बताया कि जब कोरोना के संभावित को जांच के लिए लाया जाता था तो उसका सैंपल लेने के लिए चिकित्सक अथवा मैडिकल स्टाफ अपने आपको असुरक्षित महसूस करता था कि सैंपल लेते वक्त संदिग्ध मरीज के नाक और मुंह से छिंक व उल्टी न आ जाए और उस पर गिर जाए, जिससे वायरस के फैलने की आंशका रहती थी।
कार्यवाहक पीएमओ ने बताया कि दक्षिण कोरिया में बने इसी तरह के उपकरण को कॉपी करते हुए एल्युमिनियम की चादर और शीशे के साथ केबिननुमा फ्रेम को तैयार करवाया गया है। इसमें हाथ निकालकर सामने बैठे मरीज का टैस्ट किया जा सकता है, जिससे चिकित्सक और मरीज के बीच शीशा सुरक्षा कवच का काम करता है।
डॉक्टर गोपाल ने यह भी बताया कि इस बूथ के माध्यम से सैंपल लेने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार कि पहल हरियाणा में जींद के सामान्य अस्पताल में ही की गई है और आशा है कि इससे प्रेरित होकर अन्य स्थान पर भी इस पर अमल किया जाएगा।