Edited By Naveen Dalal, Updated: 04 Jun, 2019 09:42 PM
लोकसभा चुनाव में हरियाणा कांग्रेस की हुई हार की समीक्षा और पार्टी मंथन के लिए हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली...
दिल्ली (कमल कंसल): लोकसभा चुनाव में हरियाणा कांग्रेस की हुई हार की समीक्षा और पार्टी मंथन के लिए हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली में बैठक बुलाई। जानकारी के मुताबिक बैठक की शुरूआत में ही कांग्रेस में बगावती सुर और गुटबाजी की झलक दिखने लगी थी। इस दौरान विधायक रघुवीर कादयान ने कहा जब तक हुड्डा परिवार को पार्टी की कमान नहीं मिलेगी ऐसे ही नतीजे आएँगे।
वहीं उसके बाद करनाल से लोकसभा उम्मीदवार कुलदीप शर्मा ने कहा अशोक तंवर ने करनाल मे समीक्षा बैठक की लेकिन मुझे बुलाया तक नहीं। जिसके जबाब में अशोक तंवर ने कहा कि जब आप किसी का फ़ोन ही नही उठाते तो कोई आपको कैसे बुलाएगा। अगर इतना ही तो “गोली मारदो मेरे को”
फिर विधायक गीता भुक्कल ने सीएलपी की नेता किरण चौधरी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि विधायकों की राय नहीं ली जाती, तो किरण चौधरी ने जवाब में कहा, एक व्यकित की छत्र छाया से बाहर निकलोगे तो कुछ समझ मे आएगा। क्योंकि गीता भुक्कल हुड्डा कैम्प से है।
जिसके बाद प्रभारी ग़ुलाम नबी आज़ाद को आख़िर में ये कहना पड़ा कि दिसम्बर मे जो ज़िंदा रहेगा अब उसी से बात करेंगे जब कि हरियाणा में सितम्बर मे विधानसभा चुनाव होने है। दराअसल हरियाणा के प्रभारी समेत बाकि सब महासचिवों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो अपनी रिपोर्ट किसको सौंपे क्योंकि राहुल गांधी बोल चुके है वह अध्यक्ष रहना नहीं चाहते।