Edited By Isha, Updated: 27 Mar, 2020 10:12 AM
कोरोना वायरस को लेकर देश में स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी सभी को बंद कर दिया गया है लेकिन रोहतक पीजीआई में एमबीबीएस करने वाले छात्रों का आरोप है कि इस महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किए थे
रोहतक(दीपक)- कोरोना वायरस को लेकर देश में स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी सभी को बंद कर दिया गया है लेकिन रोहतक पीजीआई में एमबीबीएस करने वाले छात्रों का आरोप है कि इस महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किए थे उनके बावजूद भी उनकी कक्षाएं लग रही है। लगभग एक कक्षा में 200 छात्र-छात्राएं हैं जिन को बिल्कुल पास-पास बैठाया जा रहा है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है, इसलिए केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार को इस मामले में संज्ञान लेते हुए इन कक्षाओं को बंद करना चाहिए वही इस संबंध में पीजीआई संस्थान का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।
200 विद्यार्थी एक साथ बैठे
एम्स दिल्ली की रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हरियाणा के हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है कि रोहतक पीजीआई में कोरोनावायरस महामारी को लेकर भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों की अवहेलना हो रही है। पीजीआई रोहतक में एमबीबीएस कर रहे छात्रों की कक्षाएं पहले की तरह लगाई जा रही हैं। इन कक्षाओं में 200-200 विद्यार्थी कक्षा में बैठ रहे है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा है, इसलिए इस पर तुरंत प्रभाव से एक्शन लिया जाए।
13 मार्च को दिए थे स्कूल बंद करने के आदेश
वहीं इस बारे में संस्थान के छात्रों ने आरोप लगाया कि 13 मार्च को कोविड-19 को लेकर भारत सरकार ने शिक्षण संस्थान बंद करने की गाइडलाइन जारी की थी लेकिन पीजीआई में उनकी कक्षाएं ज्यों की त्यों जारी हैं। इससे संक्रमण फैलने का भी खतरा है, वे इस बारे में संस्थान के आला अधिकारियों से बात कर चुके हैं, लेकिन कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं।