Edited By Rakhi Yadav, Updated: 20 May, 2018 08:18 AM
हरियाणा मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस एस.के. मित्तल का कहना है आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, यहां कोई भी किसी भी प्रकार का दबाव नहीं डाल सकता है, न ही वह ऐसा कोई दबाव मानते हैं, स्वतंत्र ....
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस एस.के. मित्तल का कहना है आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, यहां कोई भी किसी भी प्रकार का दबाव नहीं डाल सकता है, न ही वह ऐसा कोई दबाव मानते हैं, स्वतंत्र निर्णय करना हमारी रग-रग में बसा हुआ है।
हरियाणा मानवाधिकार आयोग लगभग 1 वर्ष बिना चेयरमैन व सदस्यों के रहा। हाल ही में आयोग का चेयरमैन पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस एस.के. मित्तल को नियुक्त किया गया है। जस्टिस एस.के. मित्तल 6 साल हरियाणा लीगल सॢवसेज के चेयरमैन भी रहे हैं। पंजाब केसरी प्रतिनिधि चंद्रशेखर धरणी से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार भी अगर कहीं मानवाधिकारों का उल्लंघन करती है तो हमारा प्रयास रहेगा कि इस तरह की चीजें न हों।
जस्टिल मित्तल ने कहा कि काफी समय से आयोग के महत्वपूर्ण पद खाली होने से 2500 पुरानी शिकायतें व 1000 नई शिकायतें लंबित थीं। उन्होंने शुरूआत के 2 सप्ताह सुबह व शाम आयोग की सिटिंग रखी। फिलहाल कमीशन 5 दिन बैठेगा, 2 दिन डिवीजन बैंच व 3 दिन दोनों मैम्बर अलग-अलग बैठेंगे। अभी तक 1700 केस टेकअप किए व 240 एप्लीकेशन का निर्णय कर दिया गया है। आयोग की कोर्ट वर्किंग से जुड़ी कई पोस्ट खाली हैं। 2-3 माह में सब चीजें सामान्य हो जाएंगी व छुट्टियों के बाद जुलाई से आयोग तीव्रता से कार्य करने लगेगा।