Edited By Shivam, Updated: 08 Mar, 2019 03:13 PM
जिले को साल 2018 में लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में नंबर वन स्थान मिला है। जिले का लिंगानुपात 2018 में 927 पर पहुंच गया है। नंबर वन रहने पर डी.सी. डा. आदित्य दहिया को आज पंचकूला में सम्मानित किया...
जींद (मलिक): जिले को साल 2018 में लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में नंबर वन स्थान मिला है। जिले का लिंगानुपात 2018 में 927 पर पहुंच गया है। नंबर वन रहने पर डी.सी. डा. आदित्य दहिया को आज पंचकूला में सम्मानित किया जाएगा।
जींद जिले ने साल 2018 में लिंगानुपात के मामले में पूरे प्रदेश को ठीक उसी तरह राह दिखाई है, जिस तरह राजनीति में पूरे प्रदेश को दशकों से राह दिखाता आ रहा है। साल 2018 के लिंगानुपात के जो आंकड़े स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए हैं, उनमें 2017 के मुकाबले सबसे ज्यादा वृद्धि जींद जिले में दर्ज की गई है। साल 2017 में जिले का लिंगानुपात 898 था। 2018 में 927 पर पहुंच गया। लिंगानुपात में जिले में 29 की वृद्धि दर्ज की गई।
आंगनबाड़ी वर्कर्स को किया जागरूक
डी.सी. ने डी.आर.डी.ए. में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित महिला मंडलों की प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं, महिला एवं बाल विकास विभाग की कर्मियों का आह्वान किया कि अगर उन्हें कहीं पर भी अल्ट्रासाऊंड सैंटरों या अन्य जगहों पर ङ्क्षलग जांच किए जाने की सूचना मिलती है तो उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग अथवा किसी वरिष्ठ अधिकारी को दें। सही सूचना देने वाले को एक लाख रुपए का नकद ईनाम भी दिया जाएगा। सूचना देने वाले की पहचान को बिल्कुल गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के भी अपने अधिकार हैं। अगर बच्चे वरिष्ठ नागरिक का सम्मान नहीं करते, उनकी सही आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते तो वृद्ध अपनी संपत्ति से उन्हें बेदखल कर सकते हैं।