Edited By Isha, Updated: 26 Oct, 2021 04:03 PM
पिछले 11 महीने से किसान आंदोलन की वजह से बनी देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं के रास्ता खुलवाने के लिए कवायद अब शुरू हो चुकी है। दिल्ली- रोहतक नेशनल हाईवे नंबर 9 टिकरी बॉर्डर पर बंद रास्ते को खुलवाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा गठित हाई पावर कमेटी और...
बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़): कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के कारण दिल्ली-हरियाणा के बंद रास्तों को खुलवाने को लेकर आज आंदोलनरत किसानों और हरियाणा सरकार की एचपीसी (हाई पावर कमेटी) के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान किसानों नेताओं ने समस्या के समाधान में सहयोग करने का आश्वासन दिया है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि मामले से जुड़ा हर पहलू संयुक्त किसान मोर्चा के टॉप लीडरशिप को जानकारी दी जाएगी, जिस पर टॉप लीडरशिप ही आखिरी फैसला लेगी।
बैठक में दिल्ली-हरियाणा के बीच बंद हुए रास्तों को खुलवाने का माहौल बनाया गया। सरकार की हाई पावर कमेटी की अगुआई कर रहे एसीएस राजीव अरोड़ा ने कमेटी मेंबरों के साथ टिकरी बॉर्डर का जायजा लिया। एसीएस राजीव अरोड़ा ने सड़क पर लगी स्थाई बैरिकेडिंग पर चढ़कर हालातों का जायजा लिया। इस दौरान एससीएस राजीव अरोड़ा ने कहा कि सौहार्दपूर्ण माहौल में ही बात बनेगी।
दिल्ली पुलिस ने जो रास्ते बंद कर रखे हैं, उन्हें दोनों तरफ एक-एक लेन खोलने के लिए दिल्ली वालों से बातचीत करनी होगी। एसीएस ने दिल्ली पुलिस ने बात करने से पहले हालात की सटीक जानकारी जुटाई। उन्होंने बताया कि किसानों ने कहा है कि उनकी तरफ से कोई दिक्कत नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के प्रयास है कि बन्द रास्ते जल्द खुलें। वहीं बैठक में किसानों ने अपनी समस्याएं रखी और आंदोलन स्थल पर बिजली, पानी और लिविंग कंडीशन सुधारने की मांग रखी। बैठक में उद्योगपतियों ने भी अपनी समस्या रखी।
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